26 जनवरी को किसानों की ट्रैक्टर रैली की आड़ में जो दंगे हुए उससे देश गुस्से में है। अब किसानों की शक्ल में आए इन गुंडों के खिलाफ पब्लिक सड़कों पर उतर आई है। वहीं दिल्ली पुलिस भी इनके खिलाफ बड़े एक्शन की तैयारी में जुटी है।
बता दें कि हाथों में लाठी, तिरंगा और यूनियन के झंडे लिये हजारों किसान 26 जनवरी को ट्रैक्टरों पर सवार होकर विभिन्न स्थानों पर अवरोधकों को तोड़ते हुए राजधानी में प्रवेश कर गये जिनकी विभिन्न जगहों पर पुलिस के साथ झड़प हुयी।
गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर रैली के दिल्ली में हिंसक होने के एक दिन बाद बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सुरक्षा स्थिति और शहर में शांति सुनिश्चित करने के लिए किए गए उपायों का जायजा लिया। यह जानकारी अधिकारियों ने दी।
किसान आंदोलन को लेकर बड़ी खबर आई है। दिल्ली-नोएडा से सटे चिल्ल बार्डर को किसानों ने खाली कर दिया है। वहां किसानों का विरोध-प्रदर्शन खत्म हो चुका है। इससे पहले वहां आंदोलनकारी किसान बैठे हुए थे।
विदेश में शादी के बाद 27 वर्षीय नवरीत सिंह अपने रिश्तेदारों और दोस्तों को दावत देने के लिए हाल में ऑस्ट्रेलिया से उत्तर प्रदेश के रामपुर स्थित अपने घर आए थे।
दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को राजधानी में किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के मामले में 1 हजार से अधिक ट्विटर हैंडल की पहचान की है। सू्त्रों के अनुसार साइबर सेल ने 1 हजार से अधिक ट्विटर हैंडल की पहचान की जिन्होंने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से कल की घटना में अहम भूमिका निभाई।
दिल्ली पुलिस के सेवानिवृत्त कर्मी मंगलवार को हुई हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। दिल्ली यातायात पुलिस ने बताया कि मिंटो रोड से कनॉट प्लेस की तरफ जाने वाले मार्ग तथा आईटीओ से इंडिया गेट की ओर जाने वाले मार्ग को बंद कर दिया गया है।
गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों की ट्रैक्टर रैली हिंसात्मक हो जाने के बाद बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि जिन्हें अभी तक अन्नदाता समझा जा रहा था वे आज उग्रवादी निकले।
लाठी-डंडे, राष्ट्रीय ध्वज एवं किसान यूनियनों के झंडे लिये हजारों किसान मंगलवार को गणतंत्र दिवस के दिन ट्रैक्टरों पर सवार हो बैरियरों को तोड़ व पुलिस से भिड़ते हुए लालकिले की घेराबंदी के लिए विभिन्न सीमा बिंदुओें से राष्ट्रीय राजधानी में दाखिल हुए।
किसानों ने आज गणतंत्र दिवस के मौके पर कई जगह पर पुलिसकर्मियों पर हमला किया और जमकर उत्पात मचाया। प्रदर्शनकारी हाथ में डंडे लेकर पुलिसकर्मियों को दौड़ाते हुए भी दिखे। इस हिंसा के बाद कुछ जगहों पर ट्रैफिक बंद और कुछ जगहों पर रूट डायवर्ट किया गया है।
गणतंत्र दिवस के मौके पर दंगाईयों ने कई जगह पर पुलिसकर्मियों पर हमला किया और जमकर तांडव किया। प्रदर्शनकारी हाथ में डंडे लेकर पुलिसकर्मियों को दौड़ाते हुए भी दिखे। इस हिंसा के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से किसानों की मांगों को स्वीकार करने की अपील की।
Kisan Tractor March Live Videos: आज गणतंत्र के सबसे बड़े जश्न के मौके पर दंगाईयों ने देश को राष्ट्रीय शर्म की तस्वीर दी है। जिस देश की आन-बान-शान को बचाने के लिए वीर जवानों ने अपने प्राणों की आहुति दी, उस शहादत का, राष्ट्रीय पर्व के उस पावन धर्म का किसानों के भेष में दिल्ली में घुसे दंगाइयों ने अपमान किया।
किसानों ने 26 जनवरी परेड से पहले बड़ा ऐलान कर दिया है। किसानों ने अब संसद की ओर पैदल मार्च निकालने का फैसला किया है।
दिल्ली पुलिस ने 26 जनवरी को होने वाली किसान ट्रेक्टर रैली को लेकर कमर कस ली है। कल होने वाले ट्रैक्टर रैली के लिए दिल्ली पुलिस ने सशर्त NOC जारी कर दी है। किसानें को 37 शर्तों के साथ ट्रैक्टर रैली की परमिशन मिली है।
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस 26 जनवरी को होने वाली किसान ट्रेक्टर रैली को लेकर कमर कस ली है और इस संबंध में अपनी सभी तैयारियों को भी पूरा कर लिया है।
दिल्ली के बॉर्डर पर करीब 3 महीनों से किसान डेरा डाले हैं। अब किसान आंदोलन की आग पंजाब हरियाणा, दिल्ली से होते हुए महाराष्ट्र तक पहुंच चुकी है।
संयुक्त किसान मोर्चा ने किसान गणतंत्र दिवस परेड को लेकर विज्ञपति जारी की है। किसान मोर्चा ने इसमें कहा है कि आज तक देश में गणतंत्र दिवस पर इस देश के गण यानी कि हम लोगों ने कभी इस तरह परेड नहीं निकाली है।
26 जनवरी (गणतंत्र दिवस) पर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर रैली को लेकर स्थिति साफ हो गई है। दिल्ली पुलिस और किसानों के बीच 26 जनवरी पर परेड निकालने को लेकर सहमति बन गई है।
किसान संघर्ष समिति के संयोजक एवं वयोवृद्ध किसान नेता कमल सिंह मांढी का शुक्रवार रात को ह्रदय गति रुकने से निधन हो गया। मांढी पिछले चार दशक से किसान हितों के लिए संघर्ष कर रहे थे।
कृषि कानून पर किसानों का 59वें दिन भी प्रदर्शन जारी है वहीं आज केंद्र सरकार के साथ हुई किसानों की बैठक में फिर से गतिरोध पैदा हुआ। उधर 26 जनवरी को किसानों ने ट्रैक्टर मार्च निकालने का ऐलान किया है, जिसपर किसानों और पुलिस के बीच भी गतिरोध बना हुआ है।
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