Hijab Controversy in Iran: ईरान में महीनों से हिजाब के खिलाफ महिलाओं और पुरुषों का विरोध प्रदर्शन जारी है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार अब तक इस विरोध प्रदर्शन में हुई पुलिस से हिंसक झड़प में अब तक 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
Joe Biden Warns Iran: ईरान में इस समय काफी बड़े स्तर पर विरोध-प्रदर्शन चल रहे हैं। इन प्रदर्शनों को ईरानी सरकार दमन पूर्वक दबाना चाहती है।जिसके चलते ईरान में 100 से भी ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है और हजारों की संख्या में लोग घायल हैं।
Iran Hijab Controversy: ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामनेई ने महसा अमीनी की मौत को दुखद घटना करार दिया और देश में चल रहे दंगों के लिए विदेशी साजिश को जिम्मेदार ठहराया।
Iran Protest: ईरान में हिजाब का विरोध प्रदर्शन में आम के साथ-साथ खास भी जुड़ रहे हैं। हाल ही में तुर्की की मशहूर सिंगर मेलेक मोसो (Melek Mosso) ने ईरान (Iran) में हो रहे हिजाब विरोधी प्रदर्शन सपोर्ट में बड़ा कदम उठाया है।
Iran Protests: कई ईरानी महिलाओं ने, विशेष रूप से प्रमुख शहरों में, लंबे समय से अधिकारियों के साथ इस मुद्दे पर विरोध का रुख रखा है, जिसमें युवा पीढ़ी ढीले स्कार्फ और पोशाक पहन कर रूढ़िवादी पोशाक के दायरे को चुनौती देती हैं।
Hijab Protest in Iran: ईरान में हिजाब विरोध कर रही लड़कियों और महिलाओं पर पुलिस क्रूरता की सारी हदें पार कर दे रही है। ताजा मामले में ईरान में हिजाब विरोध की लीडर मानी जा रही हदीस नफाजी को पुलिस ने गोली मार दी।
Iran Protests: ईरान की सरकार ने तेहरान सहित देश की 20 प्रमुख यूनिवर्सिटी को बंद कर ऑनलाइन कक्षाएं चलाने का ऐलान किया है। विद्यार्थियों को बिना इंटरनेट क्लासेज लेने में समस्याएं आ रही हैं। ईरान में शुक्रवार से ही दो साल के बाद नया अकादमिक साल शुरू हुआ है।
Iran Protests: सर्वोच्च धार्मिक नेता यानी सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामेनेई के पोस्टर कहीं फाड़े जा रहे हैं, कहीं उनमें आग लगाई जा रही है, तो कहीं उन पर पत्थर मारकर उन पर कालीख पोती जा रही है। लोगों में सरकार के खिलाफ काफी गुस्सा है।
Iran Hijab Protests: माहसा अमीनी की मौत के बाद सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर उतर कर सरकार विरोधी नारे लगाए, जो इस्लामिक शासन को और देश के सर्वोच्च नेता अयातोल्ला अली खामेनेई के प्रति लक्षित थे। प्रदर्शनकारियों में ज्यादातर महिलाएं हैं।
Irani Women Against Hijab: भारत में जिस हिजाब को इस्लामी ठेकेदार मुस्लिम युवतियों और महिलाओं को जबरन पहनाना चाहते हैं और ऐसा करने से रोके जाने पर बवाल कर रहे हैं, उसी हिजाब के खिलाफ इरान की महिलाओं में गुस्सा है। इरान की महिलाएं इस्लामिक ठेकेदारों को आइना दिखाते हुए इसे जबरन आग में फेंककर जला रही हैं।
Muslim Women Protest in Iran: ईरान में महिला की मौत के बाद प्रदर्शन कर रहे लोगों और ईरानी सुरक्षाबलों के बीच हुई झड़पों में अब तक कम से कम नौ व्यक्तियों की मौत हुई है। एसोसिएटेड प्रेस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
Iran Hijab Controversy: ईरान में हिजाब कानून तोड़ने के आरोप में हिरासत में ली गई एक महिला की मौत के बाद भड़के विरोध प्रदर्शनों में महिलाएं आगे आ रही हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में यह जानकारी दी गई है।
Hijab Controversy: हर धर्म में कई रीति रिवाज होते हैं, जो व्यक्ति जिस धर्म को मानता है उनके बनाए गए परंपराओं का पालन करता है। इसी तरह से इस्लाम धर्म में भी कई ऐसे परंपरा है। जिनका नाता हमेशा विवादों से रहता है।
Iran Hijab: ईरान में इन विरोध प्रदर्शनों की शुरुआत तब हुई, जब एक 22 साल की कुर्द महिला माहसा अमीनी की मौत हो गई। माहसा को ईरान की मोरल (नैतिक) पुलिस ने ढंग से हिजाब नहीं पहनने के चलते हिरासत में लिया था।
ईरान में इन दिनों वहां की महिलाएं अपने बाल काट रही हैं और हिजाब जला रही हैं। दरअसल, ये उनके विरोध का तरीका है। बताया जा रहा है कि हिजाब को लेकर पुलिस कस्टडी में हुई एक लड़की की मौत के बाद वहां की महिलाएं और लड़कियां सड़कों पर उतर गई हैं और प्रदर्शन कर रही हैं। ईरान में दो तरह से विरोध किया जा रहा है।
Iran Hijab: हिजाब को लेकर पूरा विवाद उस वक्त शुरू हुआ, जब एक 22 साल की महिला को सिर नहीं ढंकने के चलते हिरासत में लिया गया। देश की महिलाओं का गुस्सा भड़क गया। कुर्दिस्तान के शहरों से शुरू हुए प्रदर्शन राजधानी तेहरान तक पहुंच गए हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को कहा कि वह पवित्र कुरान का 'व्याख्याकार' नहीं है और कर्नाटक हिजाब प्रतिबंध मामले में उसके सामने यह दलील दी गई है कि कोर्टें धार्मिक ग्रंथों की व्याख्या करने के लिए सक्षम नहीं हैं।
Hijab Ban Case: धवन ने कहा कि कर्नाटक हाई कोर्ट का यह निष्कर्ष हैरान करने वाला है कि चूंकि न पहनने पर दंड का प्रावधान नहीं है, इसलिए हिजाब अनिवार्य नहीं है।
Hijab Row: वरिष्ठ अधिवक्ता युसूफ मुछला ने कहा कि हिजाब पहनने वाली महिलाओं को कैरिकेचर के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए और उन्हें गरिमा के साथ देखा जाना चाहिए।
Karnataka Hijab Controversy: कामत ने न्यायमूर्ति हेमंत गुप्ता और न्यायमूर्ति सुधांशु धूलिया की पीठ के समक्ष प्रस्तुत किया कि कर्नाटक सरकार छात्रों को उनकी पहचान, सम्मान और शिक्षा के अधिकार के बीच चयन करने के लिए मजबूर कर रही है।
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