अनुच्छेद 370 पर राज्यसभा में विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए अमित शाह विपक्षी दलों पर भड़क गए। इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं इन्हें नहीं समझा सकता क्योंकि मेरा मर्यादा है। इस दौरान शाह ने कहा कि 370 अस्थाई है ये तो जवाहरलाल नेहरू ने भी कहा था।
जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम बिल को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में पेश किया। इससे पहले लोकसभा में इस बिल को पारित किया जा चुका है। वहीं जम्मू कश्मीर के अनुच्छेद 370 पर भी सुप्रीम कोर्ट ने आज अहम फैसला सुनाया है।
राज्यसभा में शिवसेना (यूटी) की सांसद ने बड़ा दावा किया है। सांसद ने दावा करते हुए कहा कि 50 से कम उम्र के 5 लाख से ज्यादा लोगों की हार्ट अटैक से मौत हुई है। इस विषय पर हमें गंभीरता दिखानी होगी।
राज्यसभा में एक लिखित सवाल के जवाब में स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने कहा कि 2014 के बाद से देश में मेडिकल कॉलेजों की संख्या में 82 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
राघव चड्ढा ने राज्यसभा में दिल्ली सेवा विधेयक की पड़ताल के लिए एक प्रवर समिति के गठन की मांग की थी। हालांकि, कई सांसदों ने आरोप लगाया था कि राघव चड्ढा ने उनकी सहमति के बिना इस प्रस्ताव में उनका नाम जोड़ा। इसके बाद चड्ढा को निलंबित कर दिया गया था।
लालू ने कहा कि जब मैं रांची जेल में था, तब अखिलेश मुझसे मिलने आए थे और किसी दूसरे को राज्यसभा सांसद बनाने की पैरवी कर रहे थे। लेकिन, मैंने उन्हें कहा कि आप ही सांसद बन जाओ।
आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा ने कोर्ट के फैसले को सत्य और न्याय की जीत बताया है। उन्होंने लिखा- "ये मकान या दुकान की नहीं, संविधान को बचाने की लड़ाई है।"
कृष्णराज महादिक, एक YouTuber के रूप में चर्चा में है। यूट्यूब से होने वाली सारी आय वह गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करने में लगाते हैं। इस पहल से वह कोल्हापुर के यूथ आइकन बन गए हैं।
कोर्ट ने कहा कि राघव यह दावा नहीं कर सकते कि उन्हें पूरे कार्यकाल तक सरकारी आवास पर कब्जा रखने का अधिकार है। वहीं, राघव चड्ढा ने मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए सरकार पर प्रतिशोध की राजनीति करने का आरोप लगाया है।
JP Nadda Speech: महिला बिल से लेकर तीन तलाक, JP Nadda ने की पीएम की तारीफ
दोनों सदनों में महिला आरक्षण बिल पास होने के बाद लोकसभा और राज्यसभा का यह विशेष सत्र समाप्त हो गया। दोनों सदनों के प्रमुखों ने सदन के अनिश्चितकाल तक स्थगित होने का ऐलान किया। हालांकि पहले सदन आज तक चलना था, लेकिन इसे एक दिन पहले ही स्थगित कर दिया गया।
लोकसभा में ऐतिहासिक मतों के बाद पास होने के बाद महिला आरक्षण बिल राज्यसभा से भी ऐतिहासिक मतों से पास हो गया है। उच्च सदन से पास होनेके बाद अब इस बिल को राष्ट्रपति के पास भेजा जाएगा।
नारी शक्ति वंदन विधेयक राज्यसभा में सर्वसम्मति से पास हो गया। इस बिल के समर्थन में कुल 215 वोट पड़े जबकि विरोध में एक भी वोट नहीं पड़ा। इससे पहले बृहस्पतिवार को राज्यसभा में इसपर दिनभर चर्चा चली। पक्ष और विपक्ष के नेताओं अपनी-अपनी बात रखी।
राज्यसभा में महिला आरक्षण बिल पर चर्चा में प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस बिल के पास होने से देश की नारी शक्ति को नई ऊर्जा मिलेगी। उन्होंने सदन के सदस्योे से इस बिल को सर्वानुमति से पास करने का अनुरोध किया।
लोकसभा ने बुधवार को ‘नारीशक्ति वंदन विधेयक’ को मंजूरी दे दी जिसमें संसद के निचले सदन और राज्य विधानसभाओं में 33 प्रतिशत सीट महिलाओं के लिए आरक्षित करने का प्रावधान है।
वहीं इससे पहले बुधवार को लोकसभा में महिला आरक्षण बिल (नारी शक्ति वंदन अधिनियम बिल) 454 वोटों के साथ पारित हुआ था। लोकसभा में असदुद्दीन ओवैसी और इम्तियाज जलील ने बिल के खिलाफ वोट किया था।
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राज्यसभा में महिला आरक्षण बिल पर कहा कि इसका असर 2029 के लोकसभा चुनाव में देखने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी पक्का काम करते हैं।
राज्यसभा में महिला आरक्षण बिल पर आज चर्चा हो रही है। इस दौरान मल्लिकार्जुन खरगे और जेपी नड्डा के बीच तीखी बहस देखने को मिली। जेपी नड्डा जब सत्ता पक्ष की तरफ से इस बिल पर बोल रहे थे, इसी दौरान खरगे ने उन्हें बीच में टोक दिया, जिसपर जेपी नड्डा बिफर गए।
राज्यसभा में महिला आरक्षण विधेयक पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने इसे बीजेपी का चुनावी एजेंडा और झुनझुना करार दिया है। उन्होंने कहा कि उन्हें इस विधेयक के पीछे षड्यंत्र नजर आता है।
महिलाओं को लोकसभा और राज्यों की विधानसभा में 33 फीसदी आरक्षण देने वाला नारी शक्ति वंदन बिल लोकसभा में दो तिहाई बहुमत से पास हो चुका है और राज्यसभा में भी इसका सर्वसम्मति से पास होना तय है।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़