रिलायंस ग्रुप की कंपनी रिलायंस रिटेल तेजी से फैशन की दुनिया में अपनी पकड़ मजबूत कर रही है। कंपनी अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए एक के बाद एक कंपनी का अधिग्रहण कर रही है। इसमें कई विदेशी ब्रांड की कंपनियां तो कई भारतीय कंपनियां शामिल हैं।
2020 में रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड ने ग्लोबल इंवेस्टर्स से 4.21 लाख करोड़ रुपये के वैल्यूएशन पर 47,265 करोड़ रुपये जुटाये थे
अंबानी ने कहा कि डिजिटल रूप से वित्तीय सेवाएं प्रदान करने वाली इकाई भारतीय नागरिकों की वित्तीय सेवाओं तक पहुंच कायम करेगी।
इस कदम से आरआरवीएल को अपने विस्तार को और तेज करने में मदद मिलेगी। रिलायंस रिटेल के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘कंपनी निरंतर आधार पर विभिन्न अवसरों का मूल्यांकन करती है।
Dunzo Employees Salary: रिटेल कंपनी डंजो के पास कैश फ्लो की समस्या आ गई है। कंपनी के पास कर्मचारियों को सैलरी देने तक के पैसे नहीं है।
फ्यूचर एंटरप्राइजेज द्वारा दी गई एक सूचना के अनुसार, समाधान पेशेवर को गारंटी वाले ऋणदाताओं से कुल 7,014.83 करोड़ रुपये के दावे प्राप्त हुए हैं। इसमें से 6,952.42 करोड़ रुपये के दावे मंजूर किए गए हैं।
मुकेश अंबानी ने नई घोषणा के साथ अब स्नैक्स और नमकीन के क्षेत्र में भी कदम रख दिया है। इससे पहले रिलायंस रिटेल कोल्डड्रिंक के कारोबार में भी उतर चुकी है।
रिलायंस रिटेल ने भारत में शीन का परिचालन फिर से शुरू करने के लिए चीनी फैशन कंपनी के साथ साझेदारी की है।
दोनों कंपनियों के समझौते के मुताबिक, शीन रिलायंस रिटेल की सोर्सिंग क्षमताओं, वेयरहाउसिंग और लॉजिस्टिक्स इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ-साथ रिटेलर के ऑनलाइन और ऑफलाइन स्टोर के विशाल पोर्टफोलियो का उपयोग कर सकता है।
इस अधिग्रहण के माध्यम से, रिलायंस रिटेल को रजिस्टर्ड किराना और अन्य संस्थागत ग्राहकों के एक बड़े बेस और एक मजबूत सप्लाई नेटवर्क के साथ प्रमुख शहरों में प्रमुख स्थानों पर स्थित 31 बड़े प्रारूप वाले मेट्रो इंडिया स्टोर के नेटवर्क तक पहुंच प्राप्त होगी।
इंडिपेंडेंस ब्रांड के लॉन्च के अवसर पर रिलायंस रिटेल की निदेशक, ईशा अंबानी ने कहा कि मुझे स्वयं का ब्रांड इंडिपेंडेंस के लॉन्च की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है।
रिलायंस छोटी दुकानों में सस्ते खिलौने उपलब्ध करवाएगी। कंपनी रोवन के जरिये अपने खिलौना वितरण कारोबार का परिचालन करती आ रही है।
गैप की स्थापना साल 1969 में अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में हुई थी। गैप एक लाइफस्टाइल ब्रांड है।
एसआईएसी ने अपने एक फैसले में यह भी कहा था कि रिलायंस रिटेल के फ्यूचर ग्रुप की संपत्तियों की बिक्री से जुड़े विवाद में अमेजन और फ्यूचर ग्रुप के बीच चल रही मध्यस्थता में फ्यूचर रिटेल एक पक्ष है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज द्वारा एक हफ्ते के भीतर डिजाइन ब्रांड में यह दूसरा निवेश है। इससे पहले शुक्रवार को रिलायंस ब्रांड्स ने मनीष मल्होत्रा के एपोनिमोस ब्रांड में 40 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने के लिए समझौता किया है।
फ्यूचर ग्रुप ने अरबपति मुकेश अंबानी की रिलायंस को अपना रिटेल कारोबार बेचने के लिए एक समझौता किया है, लेकिन अमेजन द्वारा इस सौदे को चुनौती देने से यह अधर में लटका हुआ है।
फ्यूचर रिटेल ने एक नियामकीय सूचना में कहा है कि इससे पहले, आरआरवीएल ने 31 मार्च, 2021 से 30 सितंबर, 2021 तक सौदा पूरा करने की समयसीमा बढ़ा दी थी।
पीठ ने एफआरएल और फ्यूचर कूपन प्राइवेट लिमिटेड (एफसीपीएल) की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश साल्वे और मुकुल रोहतगी की दलीलों पर विचार किया कि मध्यस्थ ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद मामले में अंतिम फैसला सुरक्षित रखा है।
अवंत्रा बाय ट्रेंड्स इस समय 80 से अधिक बुनकरों, डिजाइनरों, कारीगरों, मास्टर शिल्पकारों और निर्माताओं के साथ काम कर रहा है, जिसमें देश भर के 25 से अधिक साड़ी शिल्प कल्स्टर के 10 पुरस्कार विजेता कारीगर या मास्टर शिल्पकार शामिल हैं।
आरआरवीएल ने 20 जुलाई 2021 को जस्ट डायल के संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी वी एस एस मणि से एक थोक सौदे में कंपनी के 10 रुपये चुकता कीमत वाले 1.31 करोड़ शेयर 1,020 रुपये प्रति शेयर की दर से अधिग्रहण किए थे।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़