मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्री की इकाई रिलायंस रिटेल ने एक बड़ा अधिग्रहण किया है। रिलायंस इंडस्ट्री की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार रिलायंस रिटेल ने Just Dial में मजॉरिटी हिस्सेदारी खरीद ली है।
ग्लोबल लिस्ट में कंपनी 56वें स्थान से सुधर कर 53वें स्थान पर पहुंच गयी। दुनिया की टॉप 250 कंपनियों में रिलायंस रिटेल एकमात्र भारतीय कंपनी है।
इस सौदे की घोषणा 29 अगस्त 2020 को की गई थी। भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI), भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) तथा शेयर बाजारों से इस सौदे को मंजूरियां मिल चुकी हैं।
उच्च न्यायालय ने फ्यूचर समूह और उनके निदेशकों को प्रधानमंत्री राहत कोष में 20 लाख रुपये जमा कराने का निर्देश दिया है, इसके साथ ही अदालत ने बियाणी और अन्य को 28 अप्रैल की तारीख पर हाजिर रहने का भी निर्देश दिया है।
हाईकोर्ट ने दो फरवरी के एकल पीठ के आदेश पर रोक लगाते हुए कहा कि NCLT, CCI और SEBI जैसे वैधानिक निकायों को सौदे के संबंध में कानून के अनुसार आगे बढ़ने से रोका नहीं जा सकता।
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड ने कुछ शर्तों के साथ इस सौदे को मंजूरी दे दी है। पिछले साल अगस्त में इस सौदे की घोषणा की गई थी।
कंपनी के मुताबिक देश के कोने कोने में स्थित 50 जीआई क्लस्टर को चुनकर प्लेटफॉर्म से जोड़ा गया है। इसमें गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, उड़ीसा, बिहार, झारखंड, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल में स्थित क्लस्टर शामिल हैं।
इससे पहले पीआईएफ ने रिलायंस इंडस्ट्रीज की डिजिटल सर्विस सब्सिडियरी जियो प्लेटफार्म्स में 2.32 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी थी।
रिलायंस रिटेल में ADIA के इस निवेश के बाद रिलायंस रिटेल का कुल बाजार मूल्य 4.28 लाख करोड़ रुपए हो जाएगा। ADIA से पहले सिल्वर लेक, KKR, जनरल अटलांटिक, मुबादाला, जीआईसी और टीपीजी जैसे फंड और कंपनियो ने भी रिलायंस रिटेल में निवेश किया है।
जुलाई में जियोमार्ट ने एक दिन में 400,000 ऑर्डर पूरे किए और वर्तमान में यह 200 शहरों में अपना परिचालन कर रहा है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) की खुदरा कारोबार कंपनी रिलायंस रिटेल में अबू धाबी स्थित सरकारी संपत्ति कोष मुबाडाला इनवेस्टमेंट कंपनी 6,247 करोड़ रुपए का करेगी निवेश करेगी।
General Atlantic इससे पहले रिलायंस इंडस्ट्री की टेलिकॉम इकाई Jio में भी निवेश कर चुकी है, 2020 की शुरुआत में General Atlantic ने Reliance Jio में 6595.3 करोड़ रुपए का निवेश किया था।
तेल से टेलीकॉम तक कारोबारी गतिविधियों का संचालन करने वाले आरआईएल अधिग्रहण और वैश्विक निवेशकों की मदद से अपने रिटेल कारोबार का विस्तार कर रही है।
बाजार विश्लेषकों का कहना है कि रिलायंस रिटेल को इस सौदे से ग्रॉसरी और अपैरल सेगमेंट में महत्वपूर्ण हिस्सेदारी हासिल होगी, जहां अभी ये मार्केट लीटर बनने की कोशिश में है।
कंपनी ने एक मिनट के वीडियो मैसेज में कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि कुछ लोग जाली वेबसाइट्स के जरिए लोगों के साथ धोखाधड़ी कर रहे हैं। इन वेबसाइट्स में दावा किया जा रहा है कि वो रिलायंस रिटेल से जुडी हुई हैं, और ये वेबसाइट्स आम लोगों के साथ जियोमार्ट सेवाओं के लिए फ्रैंचाइजी बांटने के नाम पर धोखाधड़ी कर रही हैं।
घरेलू खुदरा कंपनी रिलायंस रिटेल दुनिया की 50 सबसे तेजी से बढ़ती खुदरा कंपनियों में शीर्ष पर है।
रिलायंस रिटेल का लक्ष्य इस नए वेंचर के जरिये 3 करोड़ खुदरा दुकानों को जोड़ना है।
भारत जहां पहले ई-कॉमर्स क्षेत्र में केवल मुट्ठी भर कंपनियां ही शामिल थी, वहां अब शीर्ष तक पहुंचने के लिए एक-दूसरे के साथ कई बड़ी और दिग्गज कंपनियां प्रतिस्पर्धा कर रही हैं।
हैमलेज को 1760 में शुरू किया गया। यह दुनिया की सबसे पुरानी खिलौना दुकान चलाने वाली कंपनियों में से एक है।
ई-कॉमर्स दिग्गज अमेजन और प्राइवेट इक्विटी फर्म समारा कैपिटल मिलकर आदित्य बिड़ला ग्रुप की फूड और ग्रोसरी रिटेल चेन मोर का अधिग्रहण करने जा रहे हैं।
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