यह पहली बार नहीं है जब उत्तराखंड के जंगलों में आग लगी है। इससे पहले भी बागेश्वर की जंगलों में आग लग चुकी है। हरे भरें जंगलों में आग लगने के कारण भारी मात्रा में वन संपदा और वन्यजीवों का नुकसान होता है।
फायर सीजन शुरू होने के बाद से ही उत्तराखंड में वनों के सुलगने का सिलसिला जारी है। बीते 24 घंटे में प्रदेश में 13 घटनाओं में 14.18 हेक्टेयर वन क्षेत्र को आग से नुकसान पहुंचा है। मौसम के मिजाज को देखते हुए आने वाले कुछ दिनों में मुश्किलें और बढ़ सकती हैं।
हक़ीक़त क्या है: अब तक नहीं बुझ पायी उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग, ताज महल में बंदरों का आतंक
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