Thursday, December 12, 2024
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मुस्लिम छात्राओं ने 'राम' नाम की लगाई मेहंदी, मुस्लिम धर्मगुरू हुए नाराज, बोले- निकाह भी टूट जायेगा

उत्तर प्रदेश के मुज़फ्फरनगर में एक कॉलेज की मुस्लिम छात्राओं ने अयोध्या में होने वाली प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर आयोजित कार्यक्रम में अपने हाथों में राम नाम की मेंहदी लगा ली। ये बात जमीयत उलेमा-ए-हिन्द के मौलाना को नागवार गुजरी।

Edited By: Swayam Prakash @swayamniranjan_
Published : Jan 18, 2024 22:32 IST, Updated : Jan 18, 2024 22:32 IST
Muzaffarnagar news- India TV Hindi
Image Source : VIDEO GRAB मुस्लिम छात्राओं ने लगाई राम नाम की मेहंदी

मुज़फ्फरनगर: 22 जनवरी को अयोध्या में होने जा रही श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर देशभर में एक बार फिर दीपावली जैसी तैयारी चल रही है। लेकिन इस बीच यूपी के मुज़फ्फरनगर में 'राम' नाम की मेहंदी विवादों में आ गयी है। एक शिक्षण संसथान में आयोजित 'सबके राम' कार्यक्रम के दौरान मुस्लिम छात्राओं द्वारा अपने हाथों में श्रीराम नाम की मेहंदी और टैटू बनवाना मुस्लिम धर्म गुरुओं को रास नहीं आ रहा है। मुस्लिम छात्राओं द्वारा हाथों में श्रीराम नाम की मेहंदी लगवाने का वीडियो सोशल मिडिया पर वायरल होने के बाद जमीयत उलेमा-ए-हिन्द के मुज़फ्फरनगर जिला अध्यक्ष मौलाना मुकर्रम कासमी ने कालेज प्रबंधन पर मुस्लिम धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगा दिया। जमीयत के इस बयान के बाद श्रीराम नाम की मेहंदी विवादों में आ गयी है। 

प्राण प्रतिष्ठा को लेकर स्कूल-कॉलेज में कार्यक्रम

दरअसल, अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले श्रीराम प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर पूरे प्रदेश भर के स्कूल कॉलेजों में 'सबके हैं श्रीराम' थीम पर कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जिसमें छात्र छात्राओं द्वारा नुक्कड़ नाटक और मेहंदी प्रतियोगिता के जरिए श्रीराम के चरित्र चित्रण को दर्शाया जा रहा है। मुज़फ्फरनगर के श्रीराम ग्रुप ऑफ़ कालेज द्वारा भी इस अवसर पर मेहंदी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें श्रीराम ग्रुप आफ कॉलेज के अलग-अलग संस्थानों के विद्यार्थियों ने बढ-चढ़कर हिस्सा लिया। मेहंदी प्रतियोगिता में हिन्दू छात्राओं के साथ मुस्लिम छात्राओं ने अपने-अपने हाथों पर श्रीराम नाम की मेहंदी रचाई। कई मुस्लिम छात्राओं ने मेहंदी से अपने हाथों में श्रीराम का सुन्दर चित्र भी बनाया। 

श्रीराम कॉलेज को लेकर क्या बोले जमीयत के मौलाना?

लेकिन मुस्लिम छात्राओं द्वारा हाथो में श्रीराम नाम की मेहंदी लगवाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद जमीयत उलेमा-ए-हिन्द के मुज़फ्फरनगर जिला अध्यक्ष मौलाना मुकर्रम कासमी ने कालेज प्रबंधन पर मुस्लिम धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाते हुए कहा है कि मुस्लिम बच्चियों द्वारा हाथो में श्रीराम नाम की मेहंदी या टेटू बनवाना इस्लाम धर्म में हराम है। अगर किसी शादीशुदा लड़की ने ऐसा किया है तो उसका निकाह भी टूट जायेगा। जमीयत के इस बयान के बाद श्रीराम नाम की मेहंदी विवादों में आ गयी है। जमीयत उलेमा ए हिन्द के मुज़फ्फरनगर जिला अध्यक्ष मौलाना मुकर्रम कासमी ने इस कार्यक्रम की आलोचना करते हुए कहा कि मुज़फ्फरनगर के श्रीराम कॉलेज ने मुस्लिम समाज की धार्मिक भावनाओं को भड़काने का ठेका ले रखा है। कुछ समय पहले इसी श्रीराम कालेज ने हमारी मुस्लिम बच्चियों से हिजाब में कैट वॉक कराया था। हमने उस समय भी श्रीराम कालेज की निंदा की थी और आज मुस्लिम बच्चियों के हाथो में श्रीराम नाम की मेहंदी लगवाई जा रही है। 

"वो जगह पहले भी बाबरी मस्जिद की थी और आगे भी रहेगी"

मौलाना मुकर्रम कासमी ने कहा, "कॉलेज के इस कार्यक्रम से हमारी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है। हम श्रीराम कॉलेज से ये जानना चाहते हैं कि उनके पीछे इस तरह के कार्यक्रम कराकर हमारी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने में किसी मंत्री या किसी सरकार के नेता का हाथ तो नहीं है। हम तो इसलिए खामोश हैं क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने ये फैसला सुनाया था कि अयोध्या में विवादित स्थान बाबरी मस्जिद की जगह आस्था के नाम पर मंदिर को दी जाती है। हम तो इसलिए चुप हैं क्योंकि वो जगह पहले भी बाबरी मस्जिद की थी और आज भी है और आगे भी बाबरी मस्जिद की ही रहेगी। हम अपनी आने वाली नश्लों को ये बताकर जायेंगे की यहां पहले भी मस्जिद थी और मस्जिद है और आगे भी मस्जिद रहेगी। हम तो प्रधानमंत्री जी से भी ये मालूम करना चाहते हैं कि इस तरह के लोग जो हिंदुस्तान की तहज़ीब और माहौल को ख़राब करना चाहते हैं, आप उनके खिलाफ एक्शन क्यों नहीं ले रहे है।"

मौलाना ने मंदिर की स्थापना की भी की निंदा

जमीयत उलेमा-ए-हिन्द के मुज़फ्फरनगर अध्यक्ष ने आगे कहा, "प्रधानमंत्री जी अयोध्या में मंदिर की स्थापना करने जा रहे हैं, हम तो इसकी भी निंदा करते हैं, क्योंकि प्रधानमंत्री को किसी भी धार्मिक जगह पर जाने का राइट नहीं है। क्योंकि प्रधानमंत्री सभी के हैं ना कि किसी एक मज़हब के। इस्लाम धर्म में मुस्लिम बच्चियों द्वारा अगर हाथों में श्रीराम नाम की मेहंदी या श्रीराम का टेटू और चित्र बनवाती हैं तो शरीयत के हिसाब से हराम है और अगर शादीशुदा मुस्लिम लड़की श्रीराम नाम की मेहंदी या टेटू बनवाती है तो उनका निकाह भी टूट जायेगा क्योंकि मुस्लिम बच्चियों द्वारा हाथ पर किसी देवी देवता का नाम या टेटू बनवाना इस्लाम में हराम है।"

कालेज के खिलाफ कराई पुलिस में शिकायत दर्ज

मौलाना ने कहा कि हमारे पास हिन्दू बच्चियां पढ़ने आती हैं। अगर हम उनके हाथो में बाबरी मस्जिद या अन्य किसी मस्जिद की मेहंदी लगवा दें तो आज ही हिंदुस्तान में बवाल खड़ा हो जायेगा। विश्व हिन्दू परिषद और अन्य हिंदूवादी दल एक साथ खड़े हो जायेंगे हमारे ख़िलाफ़। इसलिए हम जिला प्रशासन और पुलिस से ये अपील करते हैं कि वो श्रीराम कालेज के खिलाफ FIR दर्ज करें। नहीं तो हम हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट जायेंगे। मौलाना मुकर्रम कासमी ने श्रीराम कालेज ऑफ़ ग्रुप के ख़िलाफ़ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। 

(रिपोर्ट- योगेश त्यागी)

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