
कोलकाता: ऑपरेशन सिंदूर के बाद हुए भारत-पाक तनाव पर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी का बड़ा बयान सामने आया है। सीएम ममता ने कहा कि भारत-पाक संघर्ष के दौरान पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर पर कब्जा करने का अवसर था, जिसका केंद्र सरकार फायदा नहीं उठा सकी।
किस मौके पर कही ये बात
दरअसल पश्चिम बंगाल विधानसभा ने मंगलवार (10 जून, 2025) को सर्वसम्मति से ‘भारतीय सशस्त्र बलों के लिए प्रशंसा व्यक्त करने वाला प्रस्ताव’ पारित किया। स्पीकर बिमान बनर्जी ने दावा किया कि पाकिस्तान के साथ हालिया संघर्ष के बाद सशस्त्र बलों के समर्थन में विधानसभा द्वारा प्रस्ताव पारित करने का यह पहला मामला है।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि देश की अन्य विधानसभाओं और संसद को भी इसी तरह के प्रस्ताव लाने चाहिए। हालांकि, बनर्जी ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला किया और कहा कि वह खुफिया जानकारी जुटाने से लेकर पहलगाम आतंकी हमले के अपराधियों को गिरफ्तार करने और पाकिस्तान को आईएमएफ ऋण रोकने तक सभी मामलों में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विफल रही है। मुख्यमंत्री ने कहा, 'संघर्ष के दौरान पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर पर कब्जा करने का अवसर था, जिसका केंद्र सरकार फायदा नहीं उठा सकी।'
गौरतलब है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेनाओं ने पाकिस्तान और पीओके के अंदर आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया था।
बीजेपी ने विधानसभा में इस प्रस्ताव का समर्थन किया
भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने बहस में भाग लिया और विधानसभा के प्रस्ताव का समर्थन किया, लेकिन इस बात पर सवाल उठाया कि प्रस्ताव में ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख क्यों नहीं किया गया। प्रस्ताव में कहा गया, 'यह सदन पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में प्रमुख आतंकवादी बुनियादी ढांचे को पूरी सटीकता के साथ निशाना बनाकर नष्ट करने में भारतीय सशस्त्र बलों की विभिन्न शाखाओं के प्रयासों की सराहना करता है और राष्ट्र के गौरव और सम्मान की रक्षा में उनके अथक प्रयासों के लिए अपना आभार और प्रशंसा व्यक्त करता है।'
तीन घंटे की बहस के दौरान शोरगुल देखने को मिला, जिसमें मुख्यमंत्री के भाषण के दौरान भाजपा विधायकों ने नारेबाजी की और उससे पहले सत्ता पक्ष के सदस्यों ने विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के संबोधन को बाधित किया।