
अल-बलाह (गाजा पट्टी): इजरायली सेना अब हमास के गिरेबां तक पहुंच गई है। इजरायल के सुरक्षा बलों ने गाजा पट्टी के उत्तर में बचे-खुचे इंडोनेशियाई अस्पताल और अल-अवदा अस्पताल को भी घेर लिया है। इससे हमास के खेमे में हड़कंप है। इजरायल की सेना ने हमास को अब अपनी अंतिम सांसें गिनने पर मजबूर कर दिया है। इजरायल की इस सैन्य कार्रवाई के चलते इन अस्पतालों में अब किसी को प्रवेश करने या बाहर निकलने की अनुमति दी जा रही है।
बता दें कि यह घेराबंदी उस समय की गई है जब इजरायल ने हमास के खिलाफ गाजा में अपने सैन्य अभियान को नए सिरे से तेज किया है। इजरायली प्रशासन ने शुक्रवार को उत्तरी गाजा के बड़े हिस्से को खाली करने का आदेश जारी किया था, और मंगलवार को एक और निकासी आदेश जारी किया गया। हालांकि, इन अस्पतालों को विशेष रूप से खाली करने का कोई निर्देश नहीं दिया गया।
डब्ल्यूएचओ ने दी चेतावनी
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक टेड्रोस अधनॉम घेब्रेयेसस ने चेतावनी दी है कि इस क्षेत्र में इजरायली सैन्य कार्रवाइयों और निकासी आदेशों के कारण स्वास्थ्य प्रणाली पर अत्यधिक दबाव पड़ा है। उन्होंने बताया कि अन्य दो अस्पताल और चार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र निकासी क्षेत्र से सिर्फ 1,000 मीटर की दूरी पर हैं। अल-अवदा अस्पताल के बोर्ड सदस्य रमी शुराफी ने कहा, “इजरायल इस क्षेत्र से जबरन विस्थापन करवाना चाहता है।” सोमवार से इस अस्पताल के परिसर और एम्बुलेंसों पर हमले शुरू हो गए हैं। इंडोनेशियाई अस्पताल भी इजरायली सैनिकों की निगरानी में है, जो इसके 500 मीटर के भीतर तैनात हैं।
क्षेत्र में ड्रोन भर रहे उड़ान
MERC-इंडोनेशिया इस अस्पताल की मदद करता है। इसके हवाले बताया जा रहा है कि रविवार से ही इन क्षेत्रों में ड्रोन लगातार उड़ान भर रहे हैं और हर गतिविधि पर नजर रख रहे हैं। मंगलवार को हवाई हमलों में अस्पताल के जनरेटर को निशाना बनाया गया, जिससे आग लग गई और बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। इसके अलावा, पानी की आपूर्ति भी बुरी तरह प्रभावित हुई है। WHO के अनुसार, इस हमले में कम से कम एक स्वास्थ्यकर्मी की मौत हुई है। अस्पताल में रह रहे मरीजों और स्टाफ को तुरंत भोजन और पानी की आवश्यकता है। संयुक्त राष्ट्र ने शेष मरीजों को अन्य स्थानों पर स्थानांतरित करने की कोशिशें शुरू की हैं।
700 से ज्यादा स्वास्थ्य केंद्रों पर हो चुके हमले
WHO के अनुसार इजरायल और हमास के बीच 19 महीने चले संघर्ष में गाजा में 700 से अधिक स्वास्थ्य केंद्रों पर हमले हो चुके हैं। अब उत्तर गाजा के अस्पतालों के पूरी तरह बंद होने का गंभीर खतरा मंडरा रहा है। यह स्थिति न सिर्फ मानवीय संकट को गहराने वाली है, बल्कि गाजा के नागरिकों के लिए जीवन रेखा माने जाने वाले स्वास्थ्य ढांचे को पूरी तरह चरमरा देने वाली साबित हो रही है। (एपी)