Thursday, April 25, 2024
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काफी खतरनाक है इजरायल की 'प्वाइंट ब्लैंक' मिसाइल! ढूंढ-ढूंढकर करेगी दुश्मन का खात्मा, अमेरिकी फौज में जल्द होगी शामिल

यह मिसाइल 1500 फीट की ऊंचाई तक उड़ सकती है। 288 किलोमीटर की रफ्तार से हमला करने वाली यह मिसाइल तब तक हवा में रह सकती है, जब तक दुश्मन की सही स्थिति और लक्ष्य के प्रकार का पता नहीं चलता।

Shashi Rai Written By: Shashi Rai @km_shashi
Updated on: January 21, 2023 6:08 IST
 इजरायल की 'प्वाइंट ब्लैंक' मिसाइल- India TV Hindi
Image Source : TWITTER इजरायल की 'प्वाइंट ब्लैंक' मिसाइल

इजरायल की सरकारी कंपनी इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (आईएआई) ने हाथ से दागी जा सकने वाली खतरनाक मिसाइल की झलक दुनिया को दी है। कई अरब डॉलर से तैयार इस मिसाइल को अमेरिकी फौजों को सौंपा जा रहा है। अमेरिका के साथ इजराइल का यह करार कई सालों के लिए है। इस मिसाइल को बहुत सीधे लॉन्च किया जा सकता है। साथ ही इसे ड्रोन के जरिए भी लॉन्च किया जा सकता है। कंपनी ने इस मिसाइल का नाम प्वाइंट ब्लैंक रखा है। यह बिल्कुल अंग्रेजी के अक्षर X जैसा दिखता है।

अलग-अलग लक्ष्यों पर हमला कर सकती है

कंपनी की ओर से जारी प्रेस रिलीज में कहा गया है कि इस इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल गाइडेड मिसाइल की सबसे बड़ी खासियत यह है कि अगर मिशन को छोड़ भी दिया जाए तो भी इसे वापस लिया जा सकता है। एक मीटर लंबी मिसाइल का वजन 6.8 किलोग्राम है। इस मिसाइल को सैनिक अपनी पीठ पर लादकर आसानी से ले जा सकते हैं। मिसाइल को ले जाने के लिए सिर्फ एक सैनिक ही काफी है। प्वाइंट ब्लैंक मिसाइल हर रणनीतिक इकाई को उस ताकत से लैस करती है जिसके तहत वह वास्तविक समय में दुश्मन पर अलग-अलग लक्ष्यों पर हमला कर सकती है

गोला-बारूद से लैस

यह मिसाइल 1500 फीट की ऊंचाई तक उड़ सकती है। 288 किलोमीटर की रफ्तार से हमला करने वाली यह मिसाइल तब तक हवा में रह सकती है, जब तक दुश्मन की सही स्थिति और लक्ष्य के प्रकार का पता नहीं चलता। हमला करने से पहले यह 18 मिनट तक हवा में रहने में सक्षम है। यह मिसाइल इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल सिस्टम से लैस है। इस वजह से, यह वास्तविक समय में निगरानी की जानकारी एकत्र और सत्यापित करता है। यह लक्ष्य को पूरी तरह नष्ट करने के लिए गोला-बारूद से लैस हो सकता है।

अमेरिकी रक्षा विभाग को नई मिसाइलें दी जाएंगी

यदि इस मिसाइल को संचालित करने वाला सैनिक तय करता है कि वह लक्ष्य पर हमला नहीं करेगा, तब भी वह मिसाइल को उसी स्थिति में प्राप्त कर सकता है, जिसमें इसे लॉन्च किया गया था। आईएआई का कहना है कि यह अरबों डॉलर की परियोजना है जिसके तहत अमेरिकी रक्षा विभाग को नई मिसाइलें दी जाएंगी।

रडार की कैद से बचाकर भी कर सकते हैं हमला 

प्वाइंट ब्लैंक मिसाइल को ईरान का कामिकेज़ ड्रोन भी कहा जा रहा है। कंपनी की ओर से कहा गया है कि यह सिस्टम काफी सटीक है और गलतियों की गुंजाइश न के बराबर रहती है। यह टारगेट को पहचानने और एक दायरे में रहकर उस पर हमला करने में काफी कारगर है। मिसाइल को रडार की कैद से बचाकर भी हमले को अंजाम दिया जा सकता है।

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