
इजरायल और ईरान के बीच पिछले 6 दिनों से लड़ाई जारी है। इस बीच ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामेनेई ने नेशनल टीवी पर ईरान के लोगों को संबोधित किया है। इस दौरान खामेनेई ने कहा, 'जो लोग ईरान, उसकी जनता और उसके इतिहास को समझते हैं, वे कभी भी इस राष्ट्र से धमकी भरे लहजे में बात नहीं करेंगे, क्योंकि ईरानी जनता को झुकाया नहीं जा सकता। अमेरिकियों को यह समझ लेना चाहिए कि अमेरिका की कोई भी सैन्य कार्रवाई बिना किसी संदेह के उसके अपूरणीय क्षति का कारण बनेगी।' इस दौरान अली खामेनेई ने इजरायल को लेकर भी बयान दिया है।
क्या बोले ईरान के सुप्रीम लीडर?
ईरान के सुप्रीम लीडर इमाम खामेनेई ने ईरान की जनता को संबोधित करते हुए कहा, "अमेरिकियों को यह जान लेना चाहिए कि ईरानी राष्ट्र आत्मसमर्पण नहीं करेगा और उनके द्वारा किया गया कोई भी सैन्य हस्तक्षेप निस्संदेह उन्हें अपूरणीय क्षति पहुंचाएगा।" उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ईरानी राष्ट्र थोपे गए युद्ध के खिलाफ दृढ़ रहेगा और यह राष्ट्र किसी के भी सामने आत्मसमर्पण नहीं करेगा। ईरान अपने क्षेत्र पर किसी भी हमले को अनदेखा नहीं करेगा और सशस्त्र बल हाई अलर्ट पर हैं। ईरान न तो अपने हवाई क्षेत्र का उल्लंघन करने के लिए जायोनी इकाई (यहूदियों के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द) को माफ करेगा और ना ही अपने शहीदों के खून को भूलेगा। जायोनी इकाई ने एक गंभीर गलती की है और उसे इसके परिणाम भुगतने होंगे। हमारे सशस्त्र बल मातृभूमि की रक्षा के लिए तैयार हैं, जिन्हें अधिकारियों और पूरे राष्ट्र का समर्थन प्राप्त है।
अमेरिका को ईरान की चेतावनी
इससे पहले ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माइल बाघई ने ईरान के ऊपर इजरायल की ओर से जारी हमलों के बीच अमेरिका को चेतावनी जारी की थी। उन्होंने कहा कि अमेरिका का किसी भी प्रकार का हस्तक्षेप इस क्षेत्र में पूर्ण युद्ध का कारण होगा। यानी इजरायली हमलों में अमेरिकी हस्तक्षेप से ‘पूर्ण युद्ध छिड़ जाएगा। दरअसल, इजरायल-ईरान के बीच संघर्ष की शुरुआत में अमेरिका ने खुद को इससे अलग रखा था। हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अब इस जंग में भागीदारी का संकेत दिया है। उन्होंने कहा है कि वह सीजफायर से कहीं ज्यादा बड़ी चीज चाहते हैं।