Saturday, April 27, 2024
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रूस के खिलाफ खुलकर खड़ा हुआ 19 लाख की आबादी वाला यह छोटा सा देश, यूक्रेन युद्ध को लेकर कही बड़ी बात

रूस-यूक्रेन युद्ध में लातविया खुलकर मास्को के खिलाफ आ गया है। लातविया के राष्ट्रपति एडगर्स रिंकेविक्स ने कहा कि रूस को रोकने के लिए यूक्रेन को हथियार देते रहना जरूरी है। जो देश अभी तक रूस के खिलाफ आने से संकोच कर रहे हैं, अब उन्हें भी खुलकर यूक्रेन को हथियार देते रहना चाहिए।

Dharmendra Kumar Mishra Edited By: Dharmendra Kumar Mishra @dharmendramedia
Updated on: November 12, 2023 11:05 IST
लातविया के राष्ट्रपति एडगर्स रिंकेविक्स- India TV Hindi
Image Source : AP लातविया के राष्ट्रपति एडगर्स रिंकेविक्स

रूस-यूक्रेन युद्ध में इस वक्त की सबसे बड़ी और चौंकाने वाली खबर सामने आ रही है। मात्र 19 लाख की आबादी वाला देश लातविया रूस के खिलाफ खुलकर खड़ा हो गया है। लातविया के राष्ट्रपति एडगर्स रिंकेविक्स ने कहा कि रूस अब यूक्रेन में एक लंबे युद्ध की योजना बना रहा है और उसे पास कीव को अनवरत सैन्य समर्थन जारी रखने से हिचकिचा रहे देशों के लिए एक संदेश है कि हथियारों की आपूर्ति जारी रखें, वरना यूक्रेनी हार जाएंगे और रूस के लिए भविष्य में दूसरों देशों को धमकाने का रास्ता खुल जाएगा।
 
'द एसोसिएटेड प्रेस' के साथ एक साक्षात्कार में रिंकेविक्स ने कहा, “अंतरराष्ट्रीय शांति और यूरोप में शांति के लिए लड़ना वास्तव में महत्वपूर्ण है, क्योंकि अगर हम रूस को यूक्रेन में रोक देंगे, तो वह अन्य देशों को चुनौती नहीं दे पाएगा।” उन्होंने अफ्रीका में रूस की निजी सेना वैगनर समूह द्वारा निभाई जा रही विघटनकारी भूमिका और गाजा पट्टी में सत्तारूढ़ हमास के अधिकारियों के साथ रूसी अधिकारियों की बैठकों की ओर इशारा किया। रिंकेविक्स ने जुलाई में लातविया के राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण की थी। यह देश अगस्त 1991 में तत्कालिन सोवियत संघ के विघटन तक उसका हिस्सा था।

सिर्फ 19 लाख है लातविया की आबादी

लगभग 19 लाख की आबादी वाला लातविया 2004 में यूरोपीय संघ (ईयू) और उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) में शामिल हो गया था। रूस से 214 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करने के मद्देनजर यह देश यूरोप में पूर्वी मोर्चे पर काफी अहमियत रखता है। राष्ट्रपति बनने से पहले 13 साल तक लातविया के विदेश मंत्री के पद पर सेवाएं देने वाले रिंकेविक्स ने कहा कि 27 देशों वाले यूरोपीय संघ के कुछ सदस्यों की "अपनी राय" होने के बावजूद, समूह अंततः यूक्रेन पर फरवरी 2022 में किए गए आक्रमण को लेकर रूस पर प्रतिबंध लगाने और कीव को अधिक समर्थन प्रदान करने पर सहमत हो गया है। उन्होंने कहा, “दिलचस्प बात यह है कि इस बिंदु पर यूरोपीय संघ यूक्रेन के बजाय मध्य-पूर्व के हालात को लेकर अधिक विभाजित है।
 
” रिंकेविक्स ने कहा कि पश्चिम के लिए “हमारे मूल्यों” और अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था पर हमले के खिलाफ यूक्रेन और इजराइल का समर्थन करना अहम है। उन्होंने फलस्तीनी नागरिकों को जरूरी मदद मुहैया कराने के लिए गाजा में मानवीय संघर्ष-विराम की आवश्यकता पर भी जोर दिया। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, सात अक्टूबर को हमास के अप्रत्याशित हमलों के जवाब में इजराइल की ओर से की जा रही कार्रवाई में क्षेत्र में मरने वालों की संख्या 11,000 के पार हो गई है। (एपी) 

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