Thursday, December 12, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. विदेश
  3. यूरोप
  4. गुड फ्राइडे के पारंपरिक जुलूस में शामिल नहीं हुए पोप फ्रांसिस, वेटिकन ने बताई वजह

गुड फ्राइडे के पारंपरिक जुलूस में शामिल नहीं हुए पोप फ्रांसिस, वेटिकन ने बताई वजह

वेटिकन की तरफ से कहा गया है कि 87 वर्षीय पोप फ्रांसिस फ्लू, ब्रोंकाइटिस या सर्दी से जूझ रहे हैं। पोप गुड फ्राइडे के पारंपरिक जुलूस में शामिल नहीं हुए थे। यह पहली बार है जब पोप अपने 11 वर्ष के कार्यकाल में गुड फ्राइडे के पारंपरिक कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए हैं।

Edited By: Amit Mishra
Published : Mar 30, 2024 12:41 IST, Updated : Mar 30, 2024 12:41 IST
पोप फ्रांसिस (फाइल फोटो)- India TV Hindi
Image Source : AP पोप फ्रांसिस (फाइल फोटो)

रोम: पोप फ्रांसिस रोम के एक बड़े कलागृह में निकाले गए गुड फ्राइडे के पारंपरिक जुलूस में शामिल नहीं हुए जिससे उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंताएं बढ़ गयी हैं। वेटिकन ने जुलूस में उनके शामिल नहीं होने की जानकारी दी है। फ्रांसिस के ‘वे ऑफ क्रॉस’ जुलूस की अगुवाई करने की उम्मीद थी जो ईसा मसीह को सलीब पर चढ़ाने की घटना का प्रदर्शन करता है। जैसे ही यह कार्यक्रम शुरू होने वाला था तो वेटिकन की तरफ से घोषणा की गई कि फ्रांसिस अपने घर से इस कार्यक्रम की निगरानी कर रहे हैं। यह पहली बार है जब फ्रांसिस पोप के अपने 11 वर्ष के कार्यकाल में इस पारंपरिक कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए हैं।

बीमार हैं पोप फ्रांसिस

वेटिकन के प्रेस कार्यालय ने एक बयान में कहा, 87 वर्षीय पोप फ्रांसिस फ्लू, ब्रोंकाइटिस या सर्दी से जूझ रहे हैं। पिछले कई हफ्तों से वह अक्सर अपने एक सहायक को उनके भाषण को जोर से पढ़ने के लिए कहते हैं।

गुरुवार को पूरी की रस्म 

इससे पहले पोप फ्रांसिस ने सेवा और विनम्रता पर जोर देने के लिए गुरुवार की रस्म के दौरान रोम जेल में 12 महिला कैदियों के पैर धोए और चूमे। पोप फ्रांसिसने व्हीलचेयर पर बैठकर यह अनुष्ठान पूरा किया। रेबीबिया जेल में, महिलाएं एक स्टूल पर बैठ गईं ताकि पोप आसानी से व्हीलचेयर में बैठकर समारोह की रस्मों को पूरा कर सकें। जब फ्रांसिस ने महिलाओं के पैर धोए तो वो रो पड़ीं।

‘पाखंड से रहें दूर' 

पोप फ्रांसिस हाल ही में सांस की बीमारी से पीड़ित थे लेकिन गुरुवार को स्वस्थ दिखे और ना सिर्फ महिला कादियों के पैर दोकर रस्म पूरी की बल्कि अपने संबोधन में उन्होंने लोगों से ‘पाखंड’ से दूर रहने का आह्वान किया। उन्होंने पुजारियों से कहा कि वो आम लोगों को जो भी सलाह दें, उसे अपने आध्यात्मिक जीवन में भी अपनाएं और दोनों में कोई अंतर नहीं होना चाहिए। (एपी)

यह भी पढ़ें: 

ब्रिटेन के खंडहर हो चुके इस ऐतिहासिक किले में हुआ 'रंग बरसे' कार्यक्रम, भारतीयों ने होली खेलकर जमाया रंग

सूर्य ग्रहण देखने के लिए कनाडा के इस शहर क्यों जा रहे हैं लाखों लोग, आपको हैरान कर देगी ये बात

Latest World News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Europe News in Hindi के लिए क्लिक करें विदेश सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement