कैथोलिक चर्च के दो हजार साल के इतिहास में पहली बार अमेरिका से पोप चुने गए हैं। रॉबर्ट प्रीवोस्ट ने अपना नाम लियो 14 रख लिया है। उन्होंने अपना पूरा जीवन पेरू में सेवा करते हुए बिताया है।
पोप फ्रांसिस का निधन होने के बाद अब नए पोप का चुनाव होगा। नए पोप के चुनाव की प्रक्रिया बेहद गुप्त होगी। इस दौरान मोबाइल फोन सिग्नल भी ब्लॉक कर दिए जाएंगे।
ह्वाइट हाउस ने राष्ट्रपति ट्रंप की एआई जनरेटेड एक फोटो पोस्ट करके तहलका मचा दिया है। इसमें ट्रंप पोप के रूप में नजर आ रहे हैं।
वेटिकन सिटी में नए पोप के चुनाव की अटकलें तेज हो गई हैं। वेटिकन के दमकल कर्मियों ने पोप फ्रांसिस का उत्तराधिकारी चुनने का संकेत एक चिमनी लगाकर दे दिया है।
पोप फ्रांसिस का अंतिम संस्कार होने के बाद उनके अंतिम विश्राम स्थल को जनता के लिए खोल दिया गया है। इस दौरान समाधि स्थाल को देखने के लिए रोम बेसिलिका में हजारों लोगों की भीड़ नजर आई।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के बीच मुलाकात हुई है। दोनों के बीच यह मुलाकात पोप फ्रांसिस के अंतिम संस्कार से पहले हुई है।
कैथोलिक चर्च के सबसे बड़े धर्मगुरु पोप फ्रांसिस का आज अंतिम संस्कार किया जाएगा। इसी सप्ताह सोमवार को उनका निधन हो गया था। पोप फ्रांसिस के अंतिम संस्कार में दुनिया के कई बड़े नेता पहुंचे हैं।
बीते 21 अप्रैल को पोप फ्रांसिस का निधन हो गया था जिसपर भारत के पीएम नरेंद्र मोदी समेत पूरी दुनिया के नेताओं ने शोक व्यक्त किया था। अब भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पोप फ्रांसिस के अंतिम संस्कार में शामिल होने वेटिकन सिटी जाएंगी।
पोप फ्रांसिस का निधन होने के बाद उनके पार्थिव शरीर को सेंट पीटर्स बेसिलिका में लाया गया है। यहां पोप फ्रांसिस को अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए आम लोगों की भीड़ उमड़ रही है।
Pope Francis Death Causes: ईसाई धर्म गुरु पोप फ्रांसिस लंबे समय से उम्र से जुड़ी समस्याओं से पीड़ित थे। 88 साल की उम्र में दिमाग की इस गंभीर बीमारी के कारण उनका निधन हो गया। जानिए क्या है ये बीमारी और इसके लक्षण क्या होते हैं?
पोप फ्रांसिस के निधन के बाद भारत में तीन दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा कर दी गई है। गृह मंत्रालय ने इस संबंध में आदेश जारी किया है। वहीं पीएम मोदी ने पोप फ्रांसिस के निधन पर दुख व्यक्त किया है।
नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी एक बार फिर से सही हो गई है। नास्त्रेदमस ने पोप के निधन को लेकर अपनी किताब में भविष्यवाणी की थी, जो सही हो गई है। आइये जानते हैं नास्त्रेदमस ने पोप को लेकर क्या भविष्यवाणी की थी।
ईसाईयों के सबसे बड़े धर्म गुरु पोप लाल जूते क्यों पहने रहते थे, इसके पीछे एक दिलचस्प कहानी भी है। बता दें कि ईसाईयों में लाल रंग शहादत और ईसा मसीह के जुनून का प्रतीक माना जाता है।
पोप का चुनाव गुप्त मतदान के जरिए होता है। चुनाव के लिए कार्डिनल्स को वेटिकन में बुलाया जाता है। इसके बाद कॉन्क्लेव में कार्डिनल्स नए पोप का चुनाव करते हैं।
कैथोलिक ईसाई धर्मगुरु पोप फ्रांसिस के निधन के बाद अब उनके उत्तराधिकारी की चर्चांएं तेज हो गई हैं। इस लिस्ट में कई नाम हैं, जिनमें से एक को अगला कैथोलिक ईसाई धर्मगुरु चुना जा सकता है।
रोम के स्थानीय समय सुबह 7:35 बजे पोप फ़्रांसिस ने आख़िरी सांस ली। फ़्रांसिस का पूरा जीवन लॉर्ड और चर्च की सेवा में समर्पित था। पोप फ्रांसिस ने पूरी दुनिया को हमेशा साहस, प्यार और हाशिए के लोगों के पक्ष में खड़ा रहने के लिए प्रेरित किया। पोप फ़्रांसिस लॉर्ड जीसस के सच्चे शिष्य थे।
ईसाइयों के सर्वोच्च धर्मगुरू पोप फ्रांसिस का निधन हो गया है। पोप ने वेटिकन के कासा सांता मार्टा स्थित अपने निवास स्थान पर अंतिम सांस ली। चलिए आपको बताते हैं कि उन्होंने अपने संदेश में क्या कहा था।
ईसाइयों के सबसे बड़े धर्म गुरु पोप फ्रांसिस का निधन हो गया है। उन्होंने 88 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस ली। वह लंबे अरसे से फेफड़ों के संक्रमण से पीड़ित थे और उन्हें डबल निमोनिया भी हुआ था। ऐसे में चलिए जानते हैं कि डबल निमोनिया क्या है इसके लक्षण क्या हैं और यह क्यों होता है?
ईसाइयों के सबसे बड़े धार्मिक गुरु पोप फ्रांसिस का निधन हो गया है। पोप फ्रांसिस पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे थे।
अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और पोप फ्रांसिस ने ईस्टर रविवार के दिन एक दूसरे मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने एक दूसरे का हालचाल जाना और ईस्टर की बधाई दी।
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