Tuesday, May 13, 2025
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आतंकवादी संगठन तालिबान से रूसी अदालत ने 20 साल बाद हटाया बैन, इधर पुतिन ने हमास को कहा शुक्रिया; ये हो क्या रहा

रूस की शीर्ष अदालत ने अफगानिस्तान के आतंकवादी संगठन तालिबान से 20 साल बाद प्रतिबंध को हटा लिया है। वहीं दूसरी तरफ पुतिन ने फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास का एक मामले में शुक्रिया अदा किया है। इससे हर कोई हैरान है।

Edited By: Dharmendra Kumar Mishra @dharmendramedia
Published : Apr 17, 2025 18:57 IST, Updated : Apr 17, 2025 18:57 IST
तालिबानी आतंकी।
Image Source : AP तालिबानी आतंकी।

 मॉस्को: अफगानिस्तान के आतंकवादी संगठन तालिबान पर से रूसी अदालत ने 20 साल बाद प्रतिबंध को हटा कर सबको चौंका दिया है। वहीं दूसरी तरफ रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने हमास का शुक्रिया करके सबको सबको हैरान कर दिया है। बता दें कि दो दशक पहले तालिबान को आतंकवादी समूह घोषित किया गया था। मगर आखिरकार रूस की शीर्ष अदालत ने अफगानिस्तान के तालिबान पर से प्रतिबंध हटा दिया है। इस फैसले से हर कोई हैरान है। इधर पुतिन ने इजरायल पर 7 अक्टूबर 2023 को आतंकी हमला करने वाले हमास का धन्यवाद करके कूटनीतिक सियासत को और भी ज्यादा गर्म कर दिया है। आइये जानते हैं कि पुतिन ने हमास को शुक्रिया क्यों कहा?

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अक्टूबर 2023 में इजरायल पर हमले के दौरान अगवा किए गए तीन रूसी बंधकों को रिहा करने के लिए फलस्तीनी चरमपंथी समूह हमास का शुक्रिया अदा किया है। समाचार एजेंसी ‘इंटरफैक्स’ की खबर के मुताबिक, पुतिन ने गाजा पट्टी में फरवरी में रिहा किए गए रूसी नागरिक एलेक्जेंडर ट्रूफानोव और उसके परिवार के दो सदस्यों का बुधवार देर रात क्रेमलिन (रूस का राष्ट्रपति कार्यालय) में स्वागत किया। वहीं दूसरी तरफ अफगानिस्तान में तालिबान की सत्ता आने के बाद से ही रूस का रुख उसके प्रति नरम रहा था। ऐसे में माना जा रहा था कि रूस तालिबान को सबसे पहले सहूलियतें देना शुरू कर सकता है।

पुतिन ने कहा-हमास ने की हमारी मदद

 खबर में पुतिन के हवाले से कहा गया है। “यह तथ्य कि आप अब आजाद हैं, फलस्तीनी लोगों और विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ रूस के कई वर्षों के स्थिर संबंधों का नतीजा है।” रूसी राष्ट्रपति ने क्रेमलिन में प्रमुख रब्बी बर्ल लेजर सहित अन्य शीर्ष रूसी यहूदी नेताओं की मौजूदगी में हमास के कब्जे से रिहा किए गए बंधकों से मुलाकात की। उन्होंने कहा, “यहां हम हमास के नेतृत्व और राजनीतिक शाखा के प्रति आभार व्यक्त करना चाहते हैं, जिन्होंने इस मानवीय कार्य को अंजाम देने में हमारी मदद की।”

हमास ने किया था इजरायल पर बड़ा हमला

बता दें कि इजरायल पर सात अक्टूबर 2023 को हमास के अप्रत्याशित हमले में कम से कम 1,200 लोगों की मौत हो गई थी और 251 अन्य को बंधक बना लिया गया था। इसके बाद इजरायल ने गाजा पट्टी में जवाबी कार्रवाई की थी, जिससे दोनों पक्षों के बीच युद्ध छिड़ गया था। इजराइल-हमास युद्ध में 50 हजार से अधिक फलस्तीनी मारे जा चुके हैं। ‘इंटरफैक्स’ की खबर के अनुसार, इजराइल पर हमले के दौरान हमास लड़ाकों ने ट्रूफानोव, उसकी मां एलेना ट्रूफानोवा, दादी इरीना टाटी और मंगेतर सापिर कोहेन को अगवा कर लिया था और उन्हें गाजा पट्टी ले गए थे।

53 दिन बाद हुई इनकी रिहाई

खबर में कहा गया है कि हमास के हमले में परिवार के मुखिया विटाली ट्रूफानोव की मौत हो गई थी। इसमें बताया गया है कि एलेना, इरीना और सापिर को 53 दिन बाद रिहा कर दिया गया था। खबर के मुताबिक, एलेक्जेंडर लगभग 500 दिन तक हमास की कैद में रहा। उसे इजराइल-हमास के बीच हुए युद्ध-विराम समझौते के तहत इस साल 15 फरवरी को रिहा कर दिया गया। खबर के अनुसार, पुतिन ने बाकी बंधकों की रिहाई में मदद देने का वादा किया। (भाषा)

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