नई दिल्ली। एमएनआईटी विवेकानंद थिएटर कॉम्प्लेक्स में 48 कक्षाओं में 6792 छात्रों के बैठने की व्यवस्था की गई है। अपनी इन खूबियों के साथ यह कॉम्पलेक्स अब एशिया के सबसे बड़े लेक्चर हॉल्स में शामिल हो गया है। मंगलवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने इस कॉम्पलेक्स का उद्घाटन किया। कुल 85 करोड़ रुपये की लागत से बने इस लेक्चर हॉल में दिव्यांगों की जरूरतों का ध्यान रखा है। अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा जयपुर स्थित मालवीय नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में विवेकानंद लेक्चर थिएटर कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन किया और संस्थान के कर्मचारियों को संबोधित किया।
अपने संबोधन में माननीय केंद्रीय मंत्री ने इस लेक्च र हॉल की डिजाइन की प्रशंसा करते हुए कहा, "इसके डिजाइन में जयपुर की पारम्परिक कला एवं आधुनिक तकनीकी का मिश्रण देखने को मिलता है। यह अपने आप में एक सराहनीय कदम है, क्योंकि इसके द्वारा हम न सिर्फ अपने पारम्परिक ज्ञान को पुनर्जीवित कर रहे हैं, बल्कि छात्रों के कौशल को भी निखार रहे हैं। हमें तकनीकी शिक्षा प्रदान करने वाले अपने हर संस्थान के डिजाइन के साथ यह प्रयोग करना चाहिए, जहां न सिर्फ पारम्परिक ज्ञान को उसके डिजाइन में सम्मिलित किया जाना चाहिए बल्कि आधुनिक तकनीक का भी इस्तेमाल करना चाहिए।"
इस लेक्चर हॉल के नाम की प्रशंसा करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, "इसका नाम युवाओं को प्रेरित करेगा और उन्हें यह याद दिलाता रहेगा कि किस प्रकार शिकागो के सर्व धर्म सम्मलेन में स्वामी विवेकानंद ने दुनियाभर के धर्म गुरुओं को भारतीय सभ्यता की समृद्धि के बारे में बताया है। उन्होंने सभी की बोलती बंद कर दी थी। आज के और भविष्य के युवाओं को स्वामी विवेकानंद से भारत के युवाओं की ताकत के बारे में, ज्ञान की ताकत के बारे में, सच्चाई की ताकत के बारे में, देशभक्ति की ताकत के बारे में, सीखना चाहिए।"
निशंक ने कहा कि मुझे खुशी है कि एमएनआईटी प्रशासन अपने छात्रों को भारत के युवाओं के महान रोल मॉडल स्वामी विवेकानंद को याद करते हुए, उनकी सभी विशेषताओं के बारे में बताने का और उनमें वो सभी विशेषताएं समाहित करने की कोशिश कर रहा है।
उन्होंने इस लेक्चर हॉल में ऑनलाइन पढ़ाई शुरू किये जाने की पहल की प्रशंसा की। निशंक के मुताबिक इससे यह दुनिया का सबसे बड़ा लेक्चर हॉल बन जाएगा, क्योंकि फिर असीमित संख्या में छात्र इससे जुड़ सकेंगे।केंद्रीय मंत्री ने लड़कियों की शिक्षा के लिए, राष्ट्रीय मिशन की योजनाओं में शामिल होने के लिए और उसके मजबूत एलुमनाई समर्थन के लिए एमएनआईटी जयपुर की प्रशंसा की।