भोपाल/नई दिल्ली: मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री होंगे। भोपाल में गुरुवार रात विधायक दल की बैठक हुई जिसमें कमलनाथ को विधायक दल का नेता चुन लिया गया। दिल्ली से भोपाल तक दिनभर गहमागहमी के बाद गुरुवार देर रात यह साफ हो पाया कि मुख्यमंत्री की कुर्सी पर कौन काबिज होगा।
अर्जुन सिंह के पुत्र और विधानसभा में विपक्ष के नेता अजय सिंह ने एक ट्वीट में लिखा, "कांग्रेस विधायक दल द्वारा कमलनाथ जी को सर्वसम्मति से मुख्यमंत्री के रूप में चुने जाने पर हार्दिक बधाई। आपके ऊर्जावान नेतृत्व में कांग्रेस अपने वचनपत्र को पूरा करेगी और मध्यप्रदेश को समृद्धि की नई की नई ऊंचाइयों पर पहुंचाएगी।"
नए इतिहास की शुरुआत हुई है- कमलनाथ
विधायक दल का नेता बनने के बाद कमलनाथ ने कहा, मैं मध्य प्रदेश की जनता का आभारी हूं और एमपी के लोगों के विश्वास को बरकरार रखूंगा। उन्होंने कहा, नए इतिहास की शुरुआत हुई है। हम अपने वचनपत्र को पूरा करेंगे।
इससे पहले गुरुवार शाम कमलनाथ ने राहुल के आवास के बाहर पत्रकारों से कहा, "मैं भोपाल जा रहा हूं। विधायक दल की बैठक होगी और उसके बाद आप सबको निर्णय का पता चल जाएगा।" मुख्यमंत्री पद के एक अन्य दावेदार माने जा रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी राहुल से मुलाकात की और कहा कि निर्णय की घोषणा गुरुवार रात की जाएगी। उन्होंने कहा, "यह रेस नहीं है, यह कुर्सी के बारे में नहीं है। हम यहां मध्यप्रदेश के लोगों की सेवा करने के लिए हैं। मैं भोपाल जा रहा हूं और आपको आज (गुरुवार को) ही निर्णय की जानकारी मिल जाएगी।"
बैठक के बाद राहुल ने ट्विटर पर कमलनाथ और सिंधिया के साथ अपनी तस्वीर पोस्ट की और कहा, "दो सबसे शक्तिशाली योद्धा धर्य और समय हैं : लियो टॉल्सटॉय।"
विधानसभा चुनाव में राज्य की 230 सीटों में से कांग्रेस को 114 सीटें मिली है वहीं भाजपा को 109 सीट पर जीत मिली है। बसपा को दो और सपा को एक सीट मिली है।