Tuesday, December 30, 2025
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Game Over Movie Review: आखिरी पल तक सस्पेंस बनाए रखने में कामयाब हुई तापसी पन्नू की फिल्म

गेम ओवर मूवी रिव्यु: जानिए कैसी है तापसी पन्नू की साइकोलॉजिकल थ्रिलर फिल्म।

Diksha Chhabra
Published : Jun 13, 2019 05:50 pm IST, Updated : Jun 13, 2019 06:21 pm IST
Game Over movie Review- India TV Hindi
Photo: INSTAGRAM

Game Over movie Review

  • फिल्म रिव्यू: गेम ओवर
  • स्टार रेटिंग: 3.5 / 5
  • पर्दे पर: June 14, 2019
  • डायरेक्टर: अश्विन सरवनन
  • शैली: साइकोलॉजिकल थ्रिलर

बचपन में वीडियो गेम सभी ने खेले हैं। हर किसी का अपना एक फेवरेट गेम भी होता है जिसे वह हमेशा खेलना पसंद करते हैं। इस हफ्ते तापसी पन्नू(Taapsee Pannu) की रिलीज हुई फिल्म का नाम गेम ओवर(Game Over) है। फिल्म का नाम सुनकर लगता है कि यह फिल्म आपके बचपन की याद दिलाने वाली है। मगर ऐसा नहीं है यह एक थ्रिलर फिल्म है जिसमें सस्पेंस के साथ आपको कुछ सीन्स डराने भी वाले हैं। तापसी पन्नू फिल्म में एक वीडियो गेम डिजाइनर का किरदार निभाती नजर आई हैं जो अपने अतीत से बाहर आने की कोशिश कर रही हैं। साथ ही खुद एक वीडियो गेम एडिक्टर होती हैं। यह एक साइकॉलिजिकल थ्रिलर है जिसे ओपन एंड पर खत्म किया गया है। वीडियो गेम खेलते समय जिस तरह से आपके पास तीन लाइफ लाइन होती हैं ठीक उसी तरह से फिल्म को भी तीन लाइफ लाइन से कनेक्ट किया गया है।

कहानी:

गेम ओवर की कहानी गुड़गांव में लड़कियों के हो रहे मर्डर से शुरू होती है। एक व्यक्ति लड़कियों को मारकर उनकी गर्दन अलग करके उनके शरीर को जला देता है। ऐसा सबसे पहले वहां रहने वाली लड़की अमृता के साथ होता है। अमृता को टैटू बनवाने का बहुत शौक होता है। जिसके बाद शुरू होती है सपना(तापसी पन्नू) की कहानी। सपना एक वीडियो गेम डिजाइनर होती हैं साथ ही अपने अतीत से बाहर आने की कोशिश कर रही होती हैं। सपना को अंधेरे से बहुत डर लगता होता है जिसकी वजह से उन्हें पैनिक अटैक आते रहते हैं और वह ऑफिस जाने की बजाय घर रहकर काम करती हैं। वह एनिवर्सरी इफेक्ट से ग्रसित होती हैं। जिसमें आपके सामने अगर कोई घटना घटी है और वह आपके दिमाग में छप गई है तो जब उसकी एनिवर्सरी आने वाली होती है तो वह सभी आपके दिमाग में दोबारा से चलने लगता है। सपना के हाथ में भी एक टैटू होता है जिससे सपना और अमृता का कनेक्शन दिखाया गया है। फिल्म आगे बढ़ती है और डर के साथ सस्पेंस बढ़ता जाता है। अमृता और सपना का कनेक्शन आपको फिल्म के फर्स्ट हॉफ में पता चल जाएगा मगर मर्डर और वीडियो गेम आपको आखिरी तक बांधे रखती है।

एक्टिंग:
फिल्म में तापसी पन्नू और Vinodhini Vaidyanathan दोनों की ही एक्टिंग शानदार है। तापसी ने हर इमोशन को बखूबी निभाया है। डर, अपने अतीत से बाहर आना हर एक एक्सप्रेशन परफेक्ट था। फिल्म के तमिल होने के बावजूद हिंदी डबिंग और लिप-सिंक काफी हद तक परफेक्ट था। 

क्लाइमैक्स:
फिल्म को ओपन एंड पर खत्म किया गया है। सेकेंड हॉफ में धीर-धीरे ओपन हो रहीं लेयर की वजह से आप सोचते रहते हैं कि फिल्म में अब क्या होने वाला है।

डायरेक्शन:
फिल्म का डायरेक्शन अश्विन सरवनन ने किया है। अश्विन ने हर बार की तरह इस बार भी शानदार डायरेक्शन किया है। हॉरर सीन्स से लेकर थ्रिलर तक हर एक सीन को बेहतरीन तरीके से दिखाया गया है।

क्यों देखें:
अगर आपको थ्रिलर के साथ हॉरर फिल्म देखना पसंद है तो आप यह फिल्म देख सकते हैं। फिल्म का फर्स्ट हाफ के साथ सेकेंड हाफ भी आपको बांधकर रखता है आप कहीं भी बोर महसूस नहीं करते हैं। बस सोचते रहते हैं अब क्या होने वाला है।

खामियां:
फिल्म के आखिरी में कुछ सीन्स आपको टाइमिंग के मुताबिक थोड़े अटपटे लगते हैं। फिल्म आगे बढ़ने के साथ आपके दिमाग में सवाल बढ़ते जाते हैं जिनका आपको फिल्म में जवाब नहीं मिलता है। साथ ही जितना थ्रिलर आपको सेकेंड हॉफ के शुरूआत में मिलता है वह फिल्म के आखिरी तक कम होता चला जाता है।

इंडिया टीवी इस फिल्म को 5 में से 3.5 स्टार देता है।

इंग्लिश में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

फिल्म का ट्रेलर:

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