Thursday, May 08, 2025
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पहलगाम आतंकी हमला: नरसंहार की जांच में बड़ा खुलासा-'20 मृतकों की पैंट उतारी गई, ज़िप खोली गई थी'

पहलगाम में हुए आतंकी हमले में बड़ा खुलासा हुआ है। जांच में ये बात सामने आई है कि 26 में से 20 मृतक पुरुषों की पैंट उतारी गई थी और उसकी जिप खोली गई थी। जानिए इस नरसंहार में और क्या सामने आया है?

Edited By: Kajal Kumari @lallkajal
Published : Apr 26, 2025 8:29 IST, Updated : Apr 26, 2025 23:31 IST
पहलगाम आतंकी हमले में बड़ा खुलासा
Image Source : FILE PHOTO पहलगाम आतंकी हमले में बड़ा खुलासा

पहलगाम में आतंकियों ने नृशंस हत्या को अंजाम दिया है। इस आतंकी हमले की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। जांच अधिकारियों ने बताया कि हमले के लगभग 20 पीड़ितों, सभी पुरुष मृतकों की पतलून  खोली हुई और उनकी जिप खींची हुई पाई गई है। अधिकारियों ने इस हमले में मारे गए सभी 26, गोलियों से छलनी शवों की पहली जांच की, जिसमें इस बात की पुष्टि हुई है कि आतंकवादियों ने उन्हें मारने से पहले पर्यटकों का विश्वास जीत लिया था और फिर गोली मारी गई थी।

हमले में मारे गए 20 पुरुषों के पैंट की जिप खुली हुई थी

टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और जम्मू-कश्मीर प्रशासन के अधिकारियों की एक टीम ने जांच में पाया कि 26 पीड़ितों में से 20 के निचले शरीर से कपड़े जबरन उतार दिए गए थे, उनकी पैंट की ज़िप खोल दी गई थी, पैंट नीचे खींची गई थी, जिससे उनके अंडरवियर या निजी अंग दिखाई दे रहे थे। पीड़ितों के परिजन शायद इतने सदमे में थे कि उन्होंने शवों पर कपड़ों की स्थिति पर ध्यान नहीं दिया; यहां तक ​​कि कर्मचारियों ने भी शवों को वैसे ही उठाया, जैसे वे थे, बस उन्हें कफन से ढक दिया।

अधिकारियों की टीम ने ये खुलासा किया है जिसे शवों की गहन जांच का काम सौंपा गया था। एफआईआर में यह दर्ज किया जाएगा कि कैसे आतंकवादियों ने पुरुषों के विश्वास को स्थापित करने के लिए उनके अंडर गार्मेंट्स को खुलवाकर बर्बर तरीके से परीक्षण से गुजरने का दबाव बनाया था।

धर्म पूछकर, पहचान जांचने के बाद मारी गई थी गोली

प्रत्यक्षदर्शियों के बयानों से पुष्टि हुई है कि आतंकवादियों ने प्रत्येक पीड़ित के धर्म की जांच की थी, उनसे आधार कार्ड या ड्राइविंग लाइसेंस आदि जैसे पहचान प्रमाण मांगे, उन्हें कलमा (मुस्लिम प्रार्थना छंद) पढ़ने का आदेश दिया और उन्हें अपने निचले कपड़े उतारने के लिए कहा ताकि वे खतना की जांच कर सकें। इन 3 'परीक्षणों' के माध्यम से एक बार उनकी हिंदू पहचान स्थापित हो जाने के बाद, आतंकवादियों ने पीड़ितों को करीब से गोली मार दी।

मारे गए 26 में से 25 पुरुष हिंदू थे

बता दें कि मंगलवार के हमले में मारे गए 26 लोगों में से 25 हिंदू थे, वे सभी पुरुष थे। इस बीच, नरसंहार की जांच ने गति पकड़ ली है, सूत्रों का कहना है कि त्राल, पुलवामा, अनंतनाग और कुलगाम जैसे विभिन्न स्थानों से लगभग 70 ओवरग्राउंड वर्कर्स (OGW) और ज्ञात आतंकवाद समर्थकों से J&K पुलिस, इंटेलिजेंस ब्यूरो और RAW अधिकारियों की एक संयुक्त टीम पूछताछ कर रही है। अधिकारियों ने कहा है कि हमें उम्मीद है कि हम खोज को और आगे बढ़ा पाएंगे और जल्द ही असली अपराधियों तक पहुंच पाएंगे।"

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