अपना काम बनता भाड में जाए जनता वाली कहावत तो सुनी होगी आपने लेकिन यहा यह सच हो रहा है। इन महाशय को ट्रेन में कही सोने की जगह नही मिली तो समान रखने वाली जगह में चद्दर बांध कर एक छोटे बच्चे की तरह सो गए।
अपना काम बनता भाड में जाए जनता वाली कहावत तो सुनी होगी आपने लेकिन यहा यह सच हो रहा है। इन महाशय को ट्रेन में कही सोने की जगह नही मिली तो समान रखने वाली जगह में चद्दर बांध कर एक छोटे बच्चे की तरह सो गए।