सोनीपत: हरियाणा में हर साल की तरह इस बार भी सावन मास में ब्रज मंडल जलाभिषेक यात्रा निकाली जाएगी। यात्रा 22 जुलाई से शुरू की जाएगी। इस बार भी विश्व हिंदू परिषद के लोगों के अलावा बड़ी संख्या में साधु-संत यात्रा में शामिल होंगे। सोनीपत में संत सरस्वती महाराज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यात्रा प्रारंभ होने का ऐलान किया है।
पिछले साल हिंसा में हुई थी 6 लोगों की मौत
बता दें कि इस यात्रा में हरिद्वार से गंगाजल लाकर हरियाणा के नूंह नल्हड़ शिव मंदिर में जलाभिषेक करते हैं। पिछले साल इस यात्रा पर मेवात क्षेत्र में मुस्लिम भीड़ ने हमला किया था। इस हिंसा में 6 लोगों की जान चली गई थी। हिंदू संगठनों द्वारा इस वर्ष भी जुलूस निकालने की घोषणा के बाद प्रशासन सतर्क हो गया है।
यात्रा में हथियार ले जाने की अनुमति नहीं
यात्रा को लेकर सरस्वती महाराज ने कहा है कि 22 जुलाई को ब्रजमंडल यात्रा के बाद नलहड़ शिव मंदिर में जलाभिषेक करेंगे। उन्होंने कहा कि इस बार संतों की अगुवाई में शांतिपूर्ण ढंग से यात्रा होगी। यात्रा में किसी को भी कोई हथियार ले जाने की अनुमति नहीं होगी।
महाराज ने आगे कहा, "पिछले साल मेवात के नूह में स्थित नलहड़ शिव मंदिर में जलाभिषेक के दौरान हिंसा की घटना हुई थी। एक बार फिर विश्व हिंदू परिषद नलहड़ शिव मंदिर में जलाभिषेक की तैयारी कर रहा है। इसकी तैयारियां की जा रही हैं। इस बार यात्रा में बच्चों और महिलाओं पर प्रतिबंध रहेगा। सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी बजरंग दल को दी गई है। सरकार और प्रशासन को भी इसकी सूचना दे दी गई है। इस बार कोई हिंसक घटना न हो, इसके लिए संत सभी व्यवस्थाओं को खुद देख रहे हैं।"
'हिंदुओं को जगाना है यात्रा का मकसद'
सरस्वती महाराज ने कहा कि पिछली बार सरकारी की लापरवाही के कारण भी हिंसा हुई। इस बार हम लोग व्यवस्था बनाए रखने के लिए सरकार के बात कर रहे हैं। यात्रा शांतिपूर्ण तरीके से होगी। किसी को भी व्यवस्था भंग करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। यात्रा के दौरान शांति बनाए रखने की पूरी तैयारी कर ली गई है। यात्रा का मकसद हिंदुओं को जगाना भी है। (IANS इनपुट्स के साथ)