नई दिल्ली। सोशल मीडिया में डिजिटल इंडिया मिशन का एक नियुक्ति पत्र काफी वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल पत्र में कहा जा रहा है कि 'डिजिटल इंडिया मिशन द्वारा कथित रूप से जारी एक नियुक्ति पत्र नौकरी के लिए 14,500 रूपए की सिक्योरिटी का भुगतान करने का अनुरोध कर रहा है।' वायरल पत्र डिपार्टमेंट ऑफ कम्युनिकेशन और टेक्नोलॉजी (दूरसंचार विभाग) का बताया जा रहा है। साथ ही वायरल पत्र में डिजिटल इंडिया का ज्वाइनिंग लेटर बताया जा रहा है और 14,500 रूपए की सिक्योरिटी का भुगतान करने का अनुरोध किया जा रहा है। यदि ऐसा कोई पत्र आपके पास आए या आपसे कोई धोखेबाजी करने की कोशिश करें तो आप सावधान हो जाइए।
सोशल मीडिया पर वायरल इस पत्र को लेकर सरकार की फैक्ट चेक ऑर्गेनाइजेशन पीआईबी फैक्ट चेक ( PIB Fact Check ) ने इसकी जांच-पड़ताल की है। पीआईबी फैक्ट चैक ने ट्वीट कर इस वायरल पत्र की सच्चाई सामने लाते हुए बताया है कि दूरसंचार विभाग का बताकर जारी किया गया ये नियुक्ति पत्र फर्जी है। दूरसंचार विभाग ने डिजिटल इंडिया को लेकर इस तरह का कोई नियुक्ति पत्र किसी के लिए नहीं जारी किया है।
पहले रुकें और सोचें
आपको बता दें कि, आजकल सोशल मीडिया पर कई तरह की भ्रामक पोस्ट डालकर लोगों को चूना लगाया जा रहा है। आम तौर पर सोशल मीडिया में जैसे ही हमारे पास कोई मैसेज आता है, हम उसे तुरंत शेयर करने के बारे में सोचने लगते हैं। जब भी सोशल मीडिया पर कोई मजेदार खबर या जरूरी सलाह के नाम पर मैसेज आता है तो उसे तुरंत शेयर नहीं करें। थोड़ा रुकें और सोचें कि क्या यह खबर सच है या क्या यह आगे बढ़ाना जरूरी है। विशेषज्ञों का कहना है कि केवल इतना ही करने से बहुत सी फेक न्यूज और अफवाहें वायरल होने से बच सकती हैं। अपने पर्सनल स्मार्ट डिवाइसों के इस्तेमाल को सीमित करने के लिए सुरक्षित इंटरनेट कनेक्शन का ही इस्तेमाल करें। किसी भी तरह की भ्रामक या झूठ फैलाने वाली पोस्ट को शेयर करने से पहले एक बार उसकी सत्यतता जांच लें।
किसी भी भ्रामक खबर की यहां करें शिकायत
पीआईबी लगातार लोगों से यह आग्रह करता रहता है कि भ्रामक खबरों को शेयर न करें। पिछले दिनों यह खबर भी वायरल हुई थी कि देश में एकबार फिर 15 दिन का लॉकडाउन लगाया जा रहा है जबकि यह खबर गलत और भ्रामक है। बता दें कि, सरकार से जुड़ी कोई खबर सच है या फर्जी, यह जानने के लिए PIB Fact Check की मदद ली जा सकती है। कोई भी व्यक्ति PIB Fact Check को संदेहात्मक खबर का स्क्रीनशॉट, ट्वीट, फेसबुक पोस्ट या यूआरएल वॉट्सऐप नंबर 8799711259 पर भेज सकता है या फिर pibfactcheck@gmail.com पर मेल कर सकता है।