दूसरे व्यक्ति के घर में जाने व रहने वाली स्त्री-
आचार्य चाणक्य का मानना था कि कि दूसरे के घर में जाने और रहने वाली स्त्री का भी शीघ्र पतन हो जाता है क्योंकि ऐसा करने वाली स्त्री के चरित्र के बारे में लोग जल्द ही तरह-तरह की बात करने लग जाते हैं। वहीं ऐसी स्त्रियों की मौत या हत्या की संभावना भी तेज हो जाती है।
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