नई दिल्ली: इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने कहा कि प्लाज्मा थेरेपी पर आईसीएमआर का अध्ययन अभी जारी है। सैम्पल साइज 452 है और 300 मरीजों का एक अंतरिम विश्लेषण नहीं किया गया है। परिणामों को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से अध्ययन पूरा करने पर साझा किया जाएगा।
बता दें कि कोरोनावायरस के इलाज में प्लाज्मा थेरेपी एक उम्मीद की किरण बनकर आई है। आईसीएमआर से मंजूरी मिलने के बाद कई अस्पतालों में इसका ट्रायल किया गया है, जिसमें कई गंभीर मरीज ठीक भी हुए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना के इलाज में प्लाज्मा थेरेपी काफी कारगर सिद्ध हो रही है। मरीजों की सहायता के लिए लोग प्लाज्मा दान भी कर रहे हैं।
दिल्ली सरकार ने राज्य में प्लाज्मा बैंक बनाने की घोषणा की है। दिल्ली के बाद अब हरियाणा सरकार ने भी सूबे में प्लाज्मा थेरेपी शुरू करने की योजना तैयार की है। प्लाज्मा थेरेपी के लिए सरकार ने ICMR से मंजूरी भी ले ली है।