Sunday, May 12, 2024
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TMC ने BSF पर लगाया गंभीर आरोप, कहा- सीमाई क्षेत्र में वोटर्स को धमका रहा है बल

पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को भारत निर्वाचन आयोग की पूर्ण पीठ से मुलाकत की और आरोप लगाया कि सीमा सुरक्षा बल प्रदेश के सीमाई क्षेत्रों में लोगों को एक खास राजनीतिक दल के पक्ष में मतदान करने के लिये धमका रहा है।

Bhasha Written by: Bhasha
Updated on: January 21, 2021 23:23 IST
तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी- India TV Hindi
Image Source : TWITTER/@ITSPCOFFICIAL तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी (फाइल)

कोलकाता: पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को भारत निर्वाचन आयोग की पूर्ण पीठ से मुलाकत की और आरोप लगाया कि सीमा सुरक्षा बल प्रदेश के सीमाई क्षेत्रों में लोगों को एक खास राजनीतिक दल के पक्ष में मतदान करने के लिये धमका रहा है। हालांकि, सीमा सुरक्षा बल ने प्रदेश में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के आरोपों को ‘‘आधारहीन’’ एवं ‘‘सच से परे’’ करार दिया है। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होना है जिसके लिये तिथियों का ऐलान होना बाकी है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा के नेतृत्व में आयोग की पूर्ण पीठ चुनाव से पहले राज्य के तीन दिवसीय दौरे पर बुधवार को यहां पहुंची थी। 

भारत निर्वाचन आयोग के शिष्टमंडल से मुलाकात के बाद तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘हमने मुख्य निर्वाचन आयुक्त एवं आयोग के अन्य अधिकारियों को इस बात से अवगत कराया है कि सीमा सुरक्षा बल सीमाई क्षेत्रों में मतदाताओं को धमका रहा है। हमें सूचना मिली है कि अर्द्धसैनिक बल के अधिकारी विभिन्न गांवों में जा रहे हैं और लोगों से खास राजनीतिक दल के पक्ष में मतदान करने के लिये कह रहे हैं।’’ 

चटर्जी ने कहा, ‘‘यह खतरनाक स्थिति है और भारत निर्वाचन आयोग को निश्चित तौर पर इस मामले को देखना चाहिये।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि सीमा सुरक्षा बल के जवान ग्रामीणों से कह रहे हैं कि ‘‘आपकी देख रेख के लिये सीमाई क्षेत्र में और कोई नहीं बल्कि पूरे साल हम ही रहेंगे।’’ तृणमूल कांग्रेस के आरोपों से इंकार करते हुये सीमा सुरक्षा बल ने कहा है कि यह एक पेशेवर सीमा रक्षक बल है, जिसका काम सक्रिय रूप से घुसपैठ और तस्करी की जांच करना है। 

सीमा सुरक्षा बल के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर ने बयान जारी कर कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी एवं फिरहाद हकीम ने बल के खिलाफ जो बयान दिया है उसका कोई आधार नहीं है और यह सच से परे है। बल का आदर्श ‘जीवन पर्यंत कर्त्तव्य’ है और बल इसके लिये प्रतिबद्ध है।’’ गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल की बांग्लादेश से लगने वाली 2217 किलोमीटर सीमा पर सीमा सुरक्षा बल तैनात है। 

इस विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुये भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि बल केवल सीमाओं की सुरक्षा करता है और उसकी तरफ कोई उंगली नहीं उठनी चाहिये। आयोग के शिष्टमंडल से मुलाकात के बाद घोष ने कहा, ‘‘जो लोग इस तरह का आरोप लगा रहे हैं, उन्हें इस बात की जानकारी है कि किन कारणों से वह ऐसा कह रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने आयोग से चुनाव के दौरान प्रत्येक मतदान केंद्र पर केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती का आग्रह किया है। 

घोष ने कहा कि भाजपा ने आयोग को यह भी बताया कि इस बात की संभावना है कि मतदाता सूची में घुसपैठियों का नाम शामिल किया जाये, जिससे मतदाताओं की संख्या में अप्रत्याशित बृद्धि हो सकती है और आयोग को इस मामले को देखना चाहिये। माकपा नेता रबीन देब ने कहा कि वाम दलों ने आयोग से केंद्रीय बलों का प्रभावी इस्तेमाल करने के लिये कहा है।

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