Saturday, April 27, 2024
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Rajat Sharma's Blog | राम मंदिर : जब ऋतंभरा ने 1990 की लोमहर्षक फायरिंग की दास्तां बताई

'आप की अदालत' में साध्वी ऋतंभरा ने बताया कि कैसे उन्हें प्रताड़ित किया जाता था,पूरे हिंदू समाज का मज़ाक उड़ाया जाता था, कैसे पुलिस हमेशा उनके पीछे पड़ी रहती थी और उन्हें भेष बदल-बदलकर जन जागरण की सभाओं में जाना पड़ता था।

Rajat Sharma Written By: Rajat Sharma @RajatSharmaLive
Updated on: January 22, 2024 6:23 IST
Rajat sharma, India TV- India TV Hindi
Image Source : INDIA TV इंडिया टीवी के चेयरमैन एवं एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा।

इस वक्त पूरा देश राममय है। हर जगह सिर्फ रामभक्ति में डूबे लोग दिख रहे हैं। शुक्रवार को अयोध्या के भव्य मंदिर में विराजमान होने वाले रामलला की छवि पहली बार रामभक्तों ने देखी। उस मूर्ति के दर्शन पहली बार हुए, इसीलिए करोड़ों रामभक्त भाव विभोर हैं। अयोध्या में तो उत्सव जैसा माहौल है। देशभर से पहुंचे रामभक्त तो जैसे सुधबुध खो बैठे हैं। हर तरफ सिर्फ राम नाम का शोर है। कहीं भजन चल रहे हैं, कोई डमरू बजा रहा है, कोई नाच रहा है, कोई खुशी में रो रहा है। सबकी ज़ुबान पर एक ही बात है, रामलला आ गए, जय श्रीराम। सिर्फ अपने देश के नहीं, दुनिया के तमाम देशों से रामभक्त अयोध्या पहुंचे हैं। जो नहीं पहुंच पाए, उन्होंने रामलला के लिए तमाम तरह के उपहार भेजे हैं। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में सिर्फ कुछ घंटे का वक्त बाकी है।  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि वह पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ धर्माचार्यों के बताए यम नियम का कठोरता से पालन कर रहे हैं। मोदी इस वक्त पूर्ण व्रत पर हैं, दिन में सिर्फ एक बार फलाहार कर रहे हैं और नरियल का पानी पी रहे हैं। शनिवार को मोदी तमिलनाडु के तिरुचिरपल्ली में श्री रंगनाथस्वामी मंदिर गए, पूजा की और कम्बन रामायण के श्लोक सुने। मंदिर के पुजारियों ने रामलला को पहनाने के लिए बेशकीमती वस्त्र मोदी को भेंट किया।  

पहली बार 'आप की अदालत' में भी जय श्रीराम के नारे लगे। 'आप की अदालत' में भी माहौल राममय हो गया। इस बार 'आपकी अदालत' में साध्वी ऋतंभरा मेरी मेहमान हैं। साध्वी ऋतंभरा उन संतों में से हैं जो अयोध्या आंदोलन में सबसे आगे रहीं। वह नेता नहीं हैं, राजनीति में नहीं हैं, किसी पार्टी में नहीं हैं... लेकिन जब उन्होंने 'आप की अदालत' में अयोध्या आंदोलन के वक्त रामभक्तों पर किए गए जुल्मों की बात की और ये कहा कि आज जब रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का वक्त आया है, तो उस वक्त की पीड़ा बहुत हल्की महसूस होती है। साध्वी ऋतंभरा ने भविष्य की बात कही। उन्होंने कहा कि राम मंदिर तो बन गया, अयोध्या आंदोलन का फल मिल गया लेकिन अभी काशी और मथुरा बाक़ी हैं। साध्वी ऋतंभरा ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के सबूत तो जमीन के नीचे छुपे थे, इसलिए आंदोलन करना पड़ा,कोर्ट में लड़ना पड़ा लेकिन काशी में तो विश्वनाथ के नंदी खुद गवाही दे रहे हैं, बता रहे हैं, भोलेनाथ कहां बैठे हैं। मथुरा में भी पत्थर गवाही दे रहे हैं, इसलिए अगर हिन्दुओं को काशी और मथुरा दे दिए जाएं तो फिर उन तीस हजार मंदिरों की मांग नहीं जाएगी जिन्हें मुगल काल में तोड़ा गया। 

साध्वी ऋतंभरा ने 'आपकी अदालत' में उस वक्त के किस्से सुनाए जब वो देश भर में राम मंदिर निर्माण के लिए अलख जगा रही थीं, रामभक्तों के संघर्ष और उस वक्त मुलायम सिंह की सरकार के जुल्म, पुलिस की प्रताड़ना की बहुत सारी दिल दहलाने वाली घटनाओं की याद दिलाई। कैसे राम भक्तों पर गोलियां चलीं, कैसे सरयू का पानी लाल हुआ, उन्होंने सब बताया। आज किस तरह वो आनंद में डूबी हैं और आगे अब हिन्दू संगठनों की क्या योजना होगी, इसका भी खुलासा किया। साध्वी ऋतंभरा के साथ आपकी अदालत का रामभक्ति में डूबा ये स्पेशल शो आप देख पाएंगे शनिवार रात दस बजे। 

अयोध्या का जो भव्य और दिव्य स्वरूप दिखाई दे रहा है, उसे देखने के लिए लोगों ने 500 वर्ष इंतजार किया है। आज रामलला का जो बाल स्वरूप दिखाई दिया..उसकी प्राण प्रतिष्ठा के लिए हज़ारों लोगों ने कड़ा संघर्ष किया। सैकड़ों लोगों ने अपने प्राणों की आहुति दी। इसीलिए सभी को 22 जनवरी के शुभ मुहूर्त का उत्सुकता से इंतज़ार है। पूरे देश में हर जगह इसी की चर्चा है, लेकिन जिन लोगों ने राम जन्मभूमि के आंदोलन में हिस्सा लिया था, वे  आज भी जब जुल्म और अपमान की बातें बताते हैं तो रौंगटे खड़े हो जाते हैं। 'आप की अदालत' में साध्वी ऋतंभरा ने बताया कि कैसे उन्हें प्रताड़ित किया जाता था,पूरे हिंदू समाज का मज़ाक उड़ाया जाता था, कैसे पुलिस हमेशा उनके पीछे पड़ी रहती थी और उन्हें भेष बदल-बदलकर जन जागरण की सभाओं में जाना पड़ता था। साध्वी ऋतंभरा उन कारसेवकों को याद करके रो पड़ीं जिन पर मुलायम सिंह यादव की पुलिस ने गोलियां चलवाई, जिनके खून से सरयू का पानी लाल हो गया था। ये बात सब लोग जानते हैं कि इस पूरे संघर्ष में नरेंद्र मोदी का भी काफी सक्रिय रोल था।  राम जन्मभूमि आंदोलन को लीड करने वाले लालकृष्ण आडवाणी के रथ के वो सारथी थे। आज ही मैंने वो वीडियो देखा जिसमें बिहार की पुलिस आडवाणी जी को गिरफ्तार करने पहुंची तो मोदी सारी व्यवस्था देख रहे थे। मोदी ने तभी प्रण किया था कि वो अयोध्या में राम मंदिर बनवाकर रहेंगे, इसीलिए आज भी राम मंदिर के आंदोलन को याद करके वो भावुक हो जाते हैं। देश के करोड़ों लोगों की तरह मोदी को भी प्राण प्रतिष्ठा के क्षण की बेताबी से प्रतीक्षा है। (रजत शर्मा)

देखें: ‘आज की बात, रजत शर्मा के साथ’ 19 जनवरी, 2024 का पूरा एपिसोड

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