Jharkhand Assembly Election 2024 : झारखंड में विधानसभा चुनावों की तारीख का ऐलान होते ही सभी सियासी अपनी-अपनी रणनीतियों को अमलीजामा पहनाने में जुट गए हैं। प्रदेश में विधानसभा की सभी 81 सीटों पर दो चरणों में चुनाव कराए जाएंगे। पहले चरण का चुनाव 13 नवंबर और दूसरे चरण का चुनाव 20 नवंबर को होगा जबकि वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगी। महेशपुर विधानसभा सीट पर दूसरे चरण में यानी 20 नवंबर को वोटों की गिनती होगी। महेशपुर विधानसभा सीट रिजर्व श्रेणी में आती है। यह झारखंड के पाकुड़ जिले में आता है।
केवल दो चरणों में चुनाव
झारखंड एक नक्सल प्रभावित राज्य है। फिलहाल यहां कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा की सरकार है। हेमंत सोरेन इस सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं। अबतक वहां पांच चरणों में चुनाव होते थे लेकिन इस बार पहला मौका है जब वहां केवल दो चरणों में चुनाव हो रहे हैं।
हर चुनाव में बदलते थे विधायक
इस विधानसभा सीट को लेकर आम तौर पर यह मान्यता रही कि हर बार चुनाव में यहां विधायक बदल जाते हैं। लेकिन पिछले दो चुनाव में जेएमएम के स्टीफन मरांडी को इस विधानसभा सीट से सफलता मिली। वर्ष 2000 में झारखंड का गठन होने के बाद पहले विधानसभा चुनाव में इस सीट पर बीजेपी को सफलता मिली थी।
2014 में जेएमएम को मिली सफलता
2014 के विधानसभा चुनाव में भी झारखंड मुक्ति मोर्चा के स्टीफन मरांडी ने जीत दर्ज की थी। स्टीफन मरांडी को कुल 51,866 वोट मिले थे जबकि बीजेपी के देवीधन टुडू को 45710 वोटों से संतोष करना पड़ा। वहीं 2009 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से झारखंड विकास मोर्चा के उम्मीदवार मिस्त्री सोरेन ने जीत दर्ज की थी।
2019 में भी स्टीफन मरांडी जीते
2019 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के स्टीफन मरांडी ने जीत हासिल की थी। दूसरे स्थान पर बीजेपी के मिस्त्री सोरेन रहे थे। स्टीफन मरांडी ने मिस्त्री सोरेन को 34106 वोटों से हराया था। स्टीफन मरांडी को 89,197 वोट मिले थे जबकि मिस्त्री सोरेन को 55,091 वोट हासिल हुए थे।
मतदाताओं की कुल संख्या 2.6 करोड़
झारखंड में मतदाताओं की कुल संख्या 2.6 करोड़ है। इनमें 1.29 करोड़ महिलाएं और 1.31 करोड़ पुरुष मतदाता हैं। झारखंड में पहली बार मतदान के पात्र युवाओं की कुल संख्या 11.84 लाख है। राज्य में कुल 29,562 मतदान केंद्रों की स्थापना की जाएगी, इनमें से 5042 मतदान केंद्र शहरी इलाकों में जबकि 24,520 केंद्र ग्रामीण इलाकों में होंगे। राज्य में विधानसभा की 81 सीटों में से 44 सामान्य हैं तथा 28 अनुसूचित जनजाति और नौ अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं।
एनडीए और इंडी गठबंधन के बीच मुकाबला
राज्य में मुख्य मुकाबला बीजेपी और सत्ताधारी झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व वाले गठबंधनों के बीच है। यहां भाजपा का ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) और जनता दल (यूनाईटेड) के साथ गठबंधन है। इस बार तीनों दल साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं। झामुमो नेतृत्व वाले गठबंधन में कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और वामपंथी दल शामिल हैं। हेमंत सोरेन इस गठबंधन की अगुवाई कर रहे हैं।
2019 में गठबंधन को मिला बहुमत
झारखंड में साल 2019 के विधानसभा चुनाव में झामुमो, कांग्रेस और राजद के गठबंधन ने राज्य की 81 में से 47 सीट जीतकर स्पष्ट बहुमत हासिल किया था। इसके बाद हेमंत सोरेन दूसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री बने। इस चुनाव में भाजपा 25 सीट पर सिमट गई थी और तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास भी चुनाव हार गए थे।