Tuesday, May 14, 2024
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रावण से सीख सकते है जीवन में कौन कौन से काम नही करने चाहिए

नई दिल्ली: राक्षसराज रावण जिसे बुराईयों का प्रतीक माना जाता है। जिसके राक्षसराज को खत्म करने के लिए मर्यादापुरुषोत्तम राम ने उसका वध किया और इस संसार को बुराईयों से छुटकारा दिलाया। शास्त्रों के अनुसार

India TV Lifestyle Desk India TV Lifestyle Desk
Updated on: October 20, 2015 23:55 IST

INDIA tvसिर्फ अपनी तारीफ करना और सुनना

रावण की एक बहुत ही बुरी आदत थी कि वह अपने आगे किसी की भी तारीफ नही सुन सकता था। अगर कोई ऐसा करता तो उसे दंड देता था। वह सिर्फ आपनी तारीफ सुनना पसंद करता था। अगर किसी ने उसकी गलतियां बचाए तो उस पर बहुत ज्यादा क्रोधित होता था। इसी कारण उसने अपने भाई विभीषण, मंत्री शंकु और नाना माल्यवंत को  अपने से दूर कर दिया था। जिसके कारण आगे चलकर यही उसकी मृत्यु का कारण बना। इसीलिए हमें अपने अंदर बुराइयों को ढूढ़ना चाहिए। अगर कोई हमारी गलती बताएं तो उसे सुनना चाहिए और सही करनी चाहिए। न कि उसके ऊपर क्रोधित होना चाहिए।

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