Friday, April 19, 2024
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Navratri 2020: महासप्तमी को करें मां कालरात्रि के इन मंत्रों का जाप, भय से मुक्ति के साथ होगी हर इच्छा पूरी

आज आपको नवरात्र की पूजा के बाद मां कालरात्रि का ध्यान करते हुए इस मंत्र का जाप करना चाहिए।

India TV Lifestyle Desk Written by: India TV Lifestyle Desk
Updated on: October 23, 2020 7:33 IST
Navratri 2020: महासप्तमी के करें मां कालरात्रि के इन मंत्रों का जाप, भय से मुक्ति के साथ होगी हर इच्- India TV Hindi
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आश्विन शुक्ल पक्ष की उदया तिथि सप्तमी और दिन शुक्रवार है। हालांकि सप्तमी तिथि आज सुबह 6 बजकर 57 मिनट तक ही रहेगी उसके बाद अष्टमी तिथि लग जाएगी। नवरात्र का पर्व उदया तिथि में मनाया जाता है, लिहाजा आज नवरात्र का सातवां दिन है। आज के दिन मां दुर्गा के सातवें स्वरूप माँ कालरात्रि की पूजा की जायेगी।

आज पूरा दिन पार कर देर रात 1 बजकर 22 मिनट तक धृति योग रहेगा | यदि किसी घर का शिलान्यास इस योग में किया जाए तो उस घर में रहने वालों को  सब सुख-सुविधाएं प्राप्त होती हैं। साथ ही आज पूरा दिन पार करके देर रात 1 बजकर 28 मिनट तक उत्तराषाढ़ा नक्षत्र रहेगा | उत्तराषाढ़ा 21वां नक्षत्र है। इस नक्षत्र का प्रतीक चिन्ह हाथी के दांत को माना जाता है और पेड़-पौधों में इसका संबंध कटहल के पेड़ से बताया जाता है। जिनका जन्म उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में हुआ हो उन लोगों को आज के दिन आपको कटहल के पेड़ को नमस्कार करना चाहिए।

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मन्त्रमहोदधि में मां कालरात्रि के एक सौ तैंतीस अक्षरों के मंत्र के बारे में, जो व्यक्ति नवरात्र के दौरान उस मंत्र का जाप कर लेता है, उसके अन्दर अथाह शक्ति आ जाती है। वह किसी को भी अपने वश में कर सकता है और अपने ऊपर मोहित कर सकता है।

 मंत्र है- 

ऊँ ऐं ह्रीं क्लीं श्रीं काहेन्श्रवरी सर्वजन
 मनोहरे सर्वमुख स्तंभिनि सर्व राजवशंकरि
 सर्वदुष्ट निर्दलिनि सर्व स्त्री पुरुषाकर्षिणी
 बंदिश्रृंखलास्त्रोटय त्रोटय सर्वशत्रून् 
भञ्जय भञ्जय द्वेष्टृन् निर्दलय निर्दलय
सर्वं स्तंभ्य स्तंभय मोहनास्त्रेण 
द्वेषिणा उच्चाटय उच्चाटय 
सर्वं वशं कुरु कुरु स्वाहा
 देहि देहि सर्वं कालरात्रि 
कामिनि गणेश्वरि नम:।

नवरात्र के दौरान आज महासप्तमी के दिन इस मंत्र का केवल 11 बार जप करने से भी आपको लाभ ही लाभ मिलेंगे।

  • आज  आपको नवरात्र की पूजा के बाद मां कालरात्रि  का ध्यान करते हुए इस मंत्र का जाप करना चाहिए। मंत्र है - 'ॐ कालरात्र्यै नम:। आज  आपको इस मंत्र का एक माला, यानी 108 बार जाप करना चाहिए। इससे मां कालरात्रि की कृपा से आप पर बनी रहेगी।
  • आज स्नान  के बाद लाल रंग के कपड़े पहनकर, लाल रंग के ही आसन पर बैठकर देवी कालरात्रि के सामने एक घी का दीपक और गुग्गल की धूप जलाएं। फिर देवी मां को लौंग चढ़ाएं और पेड़े का भोग लगाएं। इसके बाद देवी कालरात्रि  के इस मंत्र का 11 माला जाप कीजिये। एक माला में 108 दाने होते हैं। मंत्र है ॐ फट् शत्रून साघय घातय ॐ

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  • अपने जीवन में  भय से छुटकारा पाने के लिये आज रात के समय एक लोटे में जल भरकर अपने सिरहाने रख लें और उस लोटे को किसी अन्य बर्तन से ढंक दें। अब उस ढके हुए बर्तन में देसी घी का एक दीपक जलाएं और उस लोटे के दोनों तरफ दो धूपबत्तियां जलाएं। अब मां कालरात्रि के नाम का जाप करते हुए सो जाएं। अगले दिन सुबह उठकर उस लोटे के जल को किसी पेड़ में डाल दें। ऐसा करने से आपको किसी प्रकार का भय नहीं होगा।
  • आज आप नवरात्र की सामान्य पूजा के बाद देवी कालरात्रि को प्रणाम करके, आसन पर बैठकर उनके इस मंत्र का जाप करें। मंत्र है - 

'ॐ यदि चापि वरो देयस्त्वयास्माकं महेश्वरि।।
संस्मृता संस्मृता त्वं नो हिंसेथाः परमाऽऽपदः ॐ।

इस प्रकार दो माला, यानी 216 मंत्रों का जाप करके देवी मां को गुड़ का भोग लगाएं और उनका आशीर्वाद लें। ये उपाय करने से  दरिद्रता दूर होगी।

  • आज सुबह-शाम उपले या कंडे को जलाकर उस पर जायफलादि की आहुति देकर देवी मां की आरती करें। आप जीवन में आने वाली हर मुसीबत से बचे रहेंगे।
  • आज सुबह स्नान के बाद देवी कालरात्रि  की पूजा करनी चाहिए। उसके बाद देवी के नवार्ण मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए। मंत्र  है -  

'ऊँ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै:।'

  • आज  देवी कालरात्रि  के सामने गुग्गुल की धूप दिखाने के बाद पूरे घर में  धूप दिखाएं।...साथ ही उनके इस मंत्र का 108 बार जाप करें। मंत्र है-

ॐ ऐं सर्वाप्रशमनं त्रैलोक्यस्या अखिलेश्वरी।
एवमेव त्वथा कार्यस्मद् वैरिविनाशनम् नमो सें ऐं ॐ।।

  • आज सुबह स्नान के बाद लाल रंग के आसन पर बैठकर  देवी कालरात्रि  के  मंत्र का जाप करना चाहिए। मंत्र  है - 'ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं दुर्गति नाशिन्यै महामायायै स्वाहा।' आज  इस मंत्र का 108 बार जाप करें।
  • अगर नजर दोष या टोने-टोटके के कारण आपका स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता है, तो अपने घर के किसी सदस्य से कहें कि आज के दिन एक नींबू लेकर उस पर 'क्लीं' लिखकर, आपके ऊपर से 6 बार क्लॉक वाइज़ और एक बार एंटी क्लॉक वाइज़ वार दें। वारने के बाद उस नींबू के बीच में से दो भाग कर दें, लेकिन ध्यान रहे नींबू पूरी तरह से अलग नहीं होना चाहिए। इस प्रकार काटने के बाद उसे अपने घर से बाहर किसी निर्जन स्थान पर फेंक दें। ऐसा करने से नजर दोष या टोने-टोटके का असर कम होगा और आपका स्वास्थ्य अच्छा होगा। 

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  • आप देवी कालरात्रि  को प्रणाम करके उनकी तस्वीर के सामने बैठकर उनके मंत्र का 108 बार जाप करें। मंत्र इस प्रकार है -

एकवेणी जपाकर्णपूरा नग्ना खरास्थिता, लम्बोष्टी कर्णिकाकर्णी तैलाभ्यक्तशरीरिणी।
वामपादोल्लसल्लोहलताकण्टकभूषणा, वर्धनमूर्धध्वजा कृष्णा कालरात्रिर्भयंकरी॥

इस मंत्र का जाप करने के बाद देवीअपनी कोई इच्छा पूरी करना चाहते हैं तो आज देवी मां के सामने सरसों के तेल का एक दीपक जलाएं और हाथ जोड़कर प्रार्थना करें। आपकी इच्छा जरूर पूरी होगी।

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