Highlights
- 30 मई को ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि है।
- ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को वट सावित्री व्रत किया जाता है।
Vat Savitri Vrat: 30 मई को ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि है। ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को वट सावित्री व्रत किया जाता है। ये व्रत मुख्य रूप से सौभाग्यवती महिलाओं के द्वारा अपने पति की लंबी आयु के लिए, संतान प्राप्ति के लिए और घर-परिवार के सुख-सौभाग्य में वृद्धि के लिए किया जाता है। इस दिन वट वृक्ष या बरगद के पेड़ की पूजा का विशेष विधान है। अतः इस दिन आपको वट वृक्ष या बरगद के पेड़ की पूजा करनी चाहिए।
वट सावित्री व्रत के दिन इस तरह करें पूजा
आज के दिन सुबह स्नान आदि से निवृत्त होकर बरगद के पेड़ के पास जाकर बरगद के पेड़ की जड़ में जल चढ़ाना चाहिए। फिर पेड़ के चारों ओर सात बार सफेद कच्चा सूत का धागा लपेटते हुए पेड़ की परिक्रमा करनी चाहिए और विधि-विधान से उसकी पूजा करनी चाहिए। अगर आप स्वयं बरगद के पेड़ के पास न जा पाएं, तो बरगद के पेड़ की एक डाली लाकर घर पर ही उसकी पूजा कर लें। जो लोग संतान प्राप्ति की इच्छा रखते हैं, उन्हें इस दिन बरगद के पेड़ की जड़ में जल की जगह दूध डालना चाहिए। ऐसा करने से आपकी इच्छा जल्द ही पूरी होगी।
मान्यताओं के अनुसार, वट सावित्री व्रत के दिन कुछ उपाय करना काफी लाभदायक माना जाता है। ऐसे में आइए आचार्य इंदु प्रकाश से जानते हैं क्या हैं ये उपाय।
- बरगद के पेड़ को सृजन का प्रतीक माना जाता है। अतः संतान की प्राप्ति के लिये पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र के संयोग में वट वृक्ष की जड़ का कुछ हिस्सा प्राप्त करके, उसे साफ कपड़े की मदद से अगर स्त्री अपनी दायीं भुजा पर धारण कर ले, तो जल्दी ही संतान का सुख मिलेगा। ऐसा करने से आपको संतान प्राप्ति जरूर होगी।
- एक ऐसे बरगद का वृक्ष ढूंढिए, जिसके नीचे एक छोटा-सा बरगद का पौधा उगा हो। अमूमन बरगद के पेड़ के नीचे अपने आप ही उसके और पौधे भी उग जाते हैं। अब उस बरगद के पौधे को प्राप्त करके अपने घर में लाकर, उसकी धूप दीप से पूजा करें। ऐसा करने से आपको धन की कभी कमी नहीं होगी।
- अगर आप चाहते हैं कि आपको अचानक कहीं से धन की प्राप्ति हो जाये या कम मेहनत में आपको अधिक फल प्राप्त हो जाये, तो इसके लिये इस दिन बरगद के पेड़ के पास जाकर उसकी एक जटा में अपनी बात कहते हुए गांठ लगा दें। बरगद के पेड़ की टहनियों और उसके तनों से नीचे की तरफ लटकी हुई अन्य टहनियों को जटा कहा जाता है। उस जटा में गांठ लगाने के बाद घर वापस आ जायें और जब आपका काम बन जाये तो उस गांठ को खोल दें। ऐसा करने से आपको कभी धन की कमी नहीं होगी।
- आपके अन्न के भंडार हमेशा भरे रहें, आपके घर में अन्न से संबंधित कभी कोई परेशानी न आये, इसके लिये इस दिन बरगद के पेड़ से एक पत्ता आदर पूर्वक घर ले आयें। अब उस पत्ते पर थोड़ा-सा अनाज रखकर, उसे फोल्ड कर दें। अब एक सफेद धागे से उस फोल्ड किये हुए पत्ते को बांधकर आप जहां भी अन्न रखते हैं, वहां पर रख दें। ऐसा करने से आपके अन्न के भंडार हमेशा भरे रहेंगे।
- बरगद के पत्ते का उपयोग बिजनेस में बढ़ोतरी के लिये भी किया जा सकता है। अगर आपके बिजनेस की गति भी ठीक नहीं चल रही है तो अपने बिजनेस की तरक्की के लिये बरगद का एक पत्ते घर लाकर, उसे साफ पानी से धो लें। अब उस पर हल्दी से स्वास्तिक का चिन्ह बना कर अपने मंदिर में एक स्थान पर रख दें। आपकी परेशानी जल्दी ही दूर होगी और जब आपकी समस्या का हल निकलने लगे तो उस पत्ते को जल में प्रवाहित कर दें। ऐसा करने से आपके बिजनेस की गति अच्छी रहेगी।
- परिवार में आर्थिक सुख-समृद्धि को बनाए रखने के लिये बरगद के पत्ते पर स्वास्तिक बनाकर, उस पर साबुत चावल और एक सुपारी रखकर माता लक्ष्मी के मंदिर में जाकर चढ़ा दें। आपकी सुख –समृद्धि बनी रहेगी। ऐसा करने से आपके परिवार में आर्थिक सुख-समृद्धि बनी रहेगी।
- कर्ज से मुक्ति के लिये 11 दिनों तक शाम के समय बरगद के पेड के पास आटे का चौमुखा दीपक बनाकर उसमें घी डालकर बत्ती लगाएं। इससे कर्ज से मुक्ति के साथ ही आपके बिजनेस में भी वृद्धि होगी। ऐसा करने से आपको कर्जो से मुक्ती मिलेगी।
- युद्ध में विजय पाने के लिये या दुश्मनों से लोहा लेने के लिये आज के दिन वट वृक्ष का बांदा प्राप्त करके उसे धारण कर लें। आपकी जीत पक्की है। इससे आपके शत्रु आपका कुछ नहीं बिगाड़ पायेंगे। ऐसा करने से दुश्मनों से छुटकारा मिलेगा।
- अगर आपके और आपके जीवनसाथी के बीच में तनाव की स्थिति चल रही है, तो आपसी प्रेम और सामंजस्य कायम करने के लिये लगातार 21 दिनों तक बरगद की जड़ में दूध डालें और उस जड़ से थोड़ी-सी मिट्टी लेकर दोनों अपने मस्तक पर तिलक लगाएं। ऐसा करने से जीवनसाथी के बीच बनी तनाव की स्थिति समाप्त होगी।
- अगर आपका मन खुश नहीं रहता, आप हमेशा खींचे -खींचे से रहते हैं और उसके कारण आप भोजन भी ठीक से नहीं कर पाते, तो इसके लिये सुबह या दोपहर के समय भोजन करते वक्त अपने भोजन में से एक रोटी निकालकर, बरगद के पत्ते पर रख दें। बरगद का पत्ता भोजन करने से पहले ही लाकर रख लें। अब उस रोटी के ऊपर एक लौंग, एक इलायची का दाना, एक साबुत सुपारी और थोड़ा- सा केसर रख दें। अब उस रोटी को अपने ऊपर से सात बार वार कर किसी चौराहे पर चुपचाप रखकर आ जाएं। आपको जल्द ही पॉजिटिव चेंज देखने को मिलेंगे। ऐसा करने से मन को शांती और खुशी महसूस होगी।
- अगर आप डिप्रेशन में हैं या आप किसी बात को लेकर अपनी कोई राय नहीं बना पा रहे हैं, तो आज के दिन किसी लौहार या बढ़ई को उसकी जरूरत की कोई वस्तु भेंट करें। साथ ही शनि के मंत्र का 11 बार जप करें। मंत्र इस प्रकार है -ऊँ ऐं ह्रीं श्रीं शनैश्चराय नम: ऐसा करने से आपको डिप्रेशन से जल्द ही राहत मिलेगी और किसी बात को लेकर आप अपनी राय बनाने में भी सफल रहेंगे।
- अगर घर पर या ऑफिस में आपकी कोई बात नहीं सुनी जा रही है, तो इस दिन आपको मंदिर में एक मुठ्ठी साबुत उड़द की दाल दान करनी चाहिए और शनिदेव के मंत्र का 21 बार जप करना चाहिए। मंत्र है - ऊँ श्रीं शं श्रीं शनैश्चराय नम: ऐसा करने से आपकी बात घर पर या ऑफिस में जरूर सुनी जायेगी।
(डिस्क्लेमर: इस लेख में व्यक्त विचार लेखक के हैं। इंडिया टीवी इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता। )
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