तेहरान। अमेरिका की डोनाल्ड ट्रंप सरकार द्वारा ईरान पर कुछ प्रतिबंध आज फिर से लगाए जाने के बीच ईरान के केंद्रीय बैंक ने मुद्रा विनिमय कार्यालयों से प्रतिबंध हटा दिया है। माना जा रहा है कि यह डॉलर को देश में लाने की दिशा में उठाया गया एक कदम है जिसकी देश को अभी बहुत जरूरत है। ईरान के केंद्रीय बैंक के गवर्नर अब्दुलनासिर हिम्मती के अनुसार बैंक ने ईरान के कानून के तहत गठित संस्थानों और कारोबारियों को देश में सोना और विदेशी मुद्रा लाने की भी मंजूरी दे दी है।
उल्लेखनीय है कि 2015 में ईरान परमाणु समझौते के बाद पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने ईरान से अमेरिकी प्रतिबंधों के एक सेट को हटा लिया था। ट्रंप सरकार इन प्रतिबंधों को आज फिर से लागू करने जा रही है। राष्ट्रपति ट्रंप ने इस संबंध में मई में ही निर्णय किया था।
पुराने प्रतिबंध ईरान के ऑटोमोबाइल क्षेत्र के साथ-साथ सोने और अन्य धातुओं के कारोबार को प्रभावित करेगा। इस बार के प्रतिबंधों में ईरान के तेल उद्योग और बैंकिंग क्षेत्र को निशाना बनाया गया है।
हिम्मती ने यहां एक सरकारी टीवी चैनल के साथ बातचीत में कल कहा कि मुद्रा विनिमय कार्यालयों को विदेशी मुद्रा की खरीद-बिक्री की छूट दे दी गई है। इसका मकसद बाहर की यात्रा करने वाले ईरानी लोगों को बेहतर सेवाएं देना है। साथ ही दवा और खाने जैसी वस्तुओं के आयात के लिए एक डॉलर के बदले 42,000 रियाल की विनिमय दर बरकरार रखी गई है।