
Jewellery industry stares at a dark Diwali
नई दिल्ली। आभूषणों की कीमतों में तकनीकी सुधार के बावजूद आभूषण उद्योग के लिए दिवाली और धनतेरस के फीका रहने और उन्हें पिछले साल के मुकाबले बिक्री में कम से कम 30 प्रतिशत की गिरावट आने की की आशंका है। उद्योग की एकमात्र उम्मीद आभूषणों की कीमतों में गिरावट आने को लेकर है, जिसके कारण दुकानों पर ग्राहकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।
पिछले महीने बहुमूल्य धातुओं की कीमत 4,000 रुपए प्रति ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर जा पहुंचा था और मौजूदा समय में सोने का भाव लगभग 3,800 रुपए प्रति ग्राम है। वर्ष 2018 में, आभूषण उद्योग वर्ष 2017 की दिवाली के समय हुई बिक्री के बराबर रहने में कामयाब रहा था। अखिल भारतीय रत्न एवं आभूषण घरेलू परिषद के अध्यक्ष अनंत पद्मनाभन ने कहा कि त्यौहार के मौसम की शुरुआत में, सोने की कीमतें पिछले महीने 40,000 रुपए प्रति 10 ग्राम की ऊंचाई पर जा पहुंची थी और अभी भी कीमत अधिक बनी हुई हैं। इसने उपभोक्ता धारणा को और कमजोर बनाया है और उसे गंभीर रूप से प्रभावित किया है।
उन्होंने कहा कि अगर इस सप्ताह के दौरान कीमतें घटने लगती हैं तो खुदरा मांग में कुछ सुधार हो सकता है। हालांकि, पिछले साल की तुलना में कुल कारोबार 30 प्रतिशत कम रहेगा।
भारत के लिए विश्व स्वर्ण परिषद के प्रबंध निदेशक सोमसुंदरम पीआर ने कहा कि बहुमूल्य धातुओं की अधिक कीमत के कारण यह दिवाली बहुत चमकदार नहीं होने वाली है और पहले से ही अर्थव्यवस्था के सभी प्रमुख संकेतकों के सुस्त होने और अर्थव्यवस्था में चौतरफा उदासीनता के कारण उपभोक्ता धारणा प्रभावित हुई है। हालांकि, आभूषण खुदरा विक्रेता आशावादी हैं, जो ऑफर और योजनाओं के साथ उपभोक्ताओं को आकर्षित करने की कोशिश कर रहे हैं।