Friday, December 13, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. पैसा
  3. बिज़नेस
  4. 9 दिन के लोन मेला कार्यक्रम में बैंकों ने बांटा 81,700 करोड़ रुपए का कर्ज, दिवाली से पहले मिलेगा MSME को बकाया

9 दिन के लोन मेला कार्यक्रम में बैंकों ने बांटा 81,700 करोड़ रुपए का कर्ज, दिवाली से पहले मिलेगा MSME को बकाया

वित्त मंत्री ने कहा है कि बैंकों के पास पर्याप्त नकदी है और यह सुनिश्चित किए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं कि बड़ी कंपनियों की तरफ से एमएसएमई को उनका बकाया जल्द से जल्द जारी कर दिया जाए।

Edited by: India TV Paisa Desk
Published : October 14, 2019 15:57 IST
Over Rs 81,700 cr disbursed by banks during 9-day loan mela- India TV Paisa
Photo:OVER RS 81,700 CR DISBURS

Over Rs 81,700 cr disbursed by banks during 9-day loan mela

नई दिल्‍ली। उद्यमियों, किसानों और दूसरे जरूरतमंदों को कर्ज उपलब्ध कराने के लिए शामियाना लगाकर खुले में आयोजित ऋण मेले में बैंकों ने नौ दिन में कुल मिलाकर 81,781 करोड़ रुपए का कर्ज वितरित किया। बैंकों की ओर से यह आयोजन एक अक्टूबर से शुरू किया गया था।

वित्त सचिव राजीव कुमार ने सोमवार को कहा कि उद्यमियों और जरूरतमंदों तक सीधे पहुंच बनाने के इस कार्यक्रम के दौरान कुल 81,781 करोड़ रुपए का कर्ज दिया गया। इसमें 34,342 करोड़ रुपए का नया ऋण शामिल है।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि बैंकों के पास पर्याप्त नकदी है और यह सुनिश्चित किए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं कि बड़ी कंपनियों की तरफ से सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उपक्रमों (एमएसएमई) को उनका बकाया जल्द से जल्द जारी कर दिया जाए।

सीतारमण ने कहा कि छोटे कारोबारियों को जरूरत के समय नकदी उपलब्ध कराने के लिए बैंकों से कहा गया है कि वे एमएसएमई क्षेत्र को बिल डिस्काउंटिंग सुविधा के तहत नकदी उपलब्ध कराएं। एमएसएमई का बड़ी कंपनियों पर जो बकाया है उनके बिलों के एवज में बैंकों से लघु इकाइयों को नकदी उपलब्ध कराई जा सकती है।

बड़ी कंपनियों से कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय में दर्ज कराई गई रिटर्न के अनुसार एमएसएमई क्षेत्र का बड़ी कंपनियों पर 40,000 करोड़ रुपए से अधिक का बकाया है। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रयास किए जा रहे हैं कि एमएसएमई क्षेत्र को उनका बकाया दिवाली से पहले मिल सके। दिवाली 27 अक्टूबर को है। 

Latest Business News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Business News in Hindi के लिए क्लिक करें पैसा सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement