पर्सनल लोन अनसिक्योर्ड होने के कारण बैंक या एनबीएफसी अधिक ब्याज वसलूते हैं। लोन लेने से पहले रिसर्च जरूर करना चाहिए।
गोल्ड लोन डिफॉल्ट करने पर आपका क्रेडिट स्कोर खराब होता है और बाद में बैंक लोन देने से मना कर देते हैं।
अगर आप पर्सनल लोन की EMI से परेशान हैं और उसे कम करना चाहते हैं, तो हम कुछ टिप्स दे रहे हैं।
एंबिट फिनवेस्ट का कहना है कि यह पार्टनरशिप सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) को लोन तक एक्सेस आसान बनाएगा। कंपनी इस पार्टनरशिप के जरिये, एमएसएमई के व्यापक क्षेत्र तक पहुंचने की तैयारी में हैं।
एमएसएमई लोन कारोबार विस्तार, ऑपरेशनल खर्च और दूसरी वित्तीय जरूतों के लिए जरूरी फंड उपलब्ध करते हैं। यह लोन वित्तीय सहायता प्रदान करके, छोटे व्यवसायों की वित्तीय बाधाओं को दूर करने में मदद करते हैं।
RBI के मुताबिक, वित्त वर्ष 2024-25 में सरकारी बैंकों में फ्रॉड की संख्या 6935 (29.0 प्रतिशत) और फ्रॉड की राशि 25,667 करोड़ रुपये (71.3 प्रतिशत) रही।
रिड्यूसिंग रेट में, हर बार जब आप EMI चुकाते हैं, तो ब्याज की गणना आपके लोन के बचे हुए हिस्से पर होती है। इसका मतलब है कि जैसे-जैसे आप लोन चुकाते जाते हैं, आपका मूलधन कम होता जाता है।
सुबोध कुमार गोयल को 17 मई को कोलकाता में एक विशेष पीएमएलए अदालत के समक्ष पेश किया गया और अदालत ने 21 मई तक सुबोध की ईडी हिरासत मंजूर कर ली है
आईएमएफ ने कहा कि बांग्लादेश में विद्रोह से प्रभावित होकर, वास्तविक जीडीपी वृद्धि वित्त वर्ष 25 की पहली छमाही में साल-दर-साल (वाई-ओ-वाई) 3. 3 प्रतिशत तक धीमी हो गई।
कर्ज लेने की औसत उम्र में बड़ी गिरावट आई है। 1960 के दशक में जन्मे लोग औसतन 47 साल की उम्र में अपना पहला कर्ज लेते थे।
एसएंडपी का कहना है कि एक लंबा सैन्य संघर्ष पाकिस्तान के बाहरी और राजकोषीय मेट्रिक्स में सुधार को पटरी से उतार देगा जो मैक्रो स्थिरता की वापसी का समर्थन करेगा।
प्रॉपर्टी के बदले लोन का उपयोग व्यवसाय विस्तार के लिए या व्यक्तिगत उद्देश्यों जैसे कि परिवार में विवाह, चिकित्सा आपात स्थिति आदि के लिए किया जा सकता है।
आज के समय में देश के तमाम बैंक और फाइनेंस कंपनियां अपने ग्राहकों को गोल्ड लोन देती हैं। गोल्ड लोन के तहत मिलने वाला कर्ज आपके सोने की शुद्धता और मात्रा पर निर्भर करता है।
बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने कहा कि उनके द्वारा ऑफर किए जाने वाले सभी रिटेल लोन RLLR से जुड़े हैं। इसलिए इस कटौती से होम लोन, कार लोन, एजुकेशन लोन, गोल्ड लोन समेत सभी रिटेल लोन लेने वाले ग्राहकों को फायदा होगा।
पब्लिक सेक्टर के इन बैंकों द्वारा ब्याज दरें घटाए जाने के इस फैसले से उनके मौजूदा और नए ग्राहकों, दोनों को फायदा होगा। इन 4 बैंकों के साथ ही अब अन्य बैंक भी जल्द ही ब्याज दरों में कटौती करना शुरू कर देंगे।
आरबीआई द्वारा रेपो रेट घटाने जाने से देश में सेवाएं देने वाले सभी बैंक भी लोन की ब्याज दरें घटा देंगे। जिससे आपका लोन सस्ता हो जाएगा और आपको हर महीने कम ईएमआई चुकानी होगी।
पीएम मोदी ने कहा कि मुद्रा योजना के माध्यम से रोजगार सृजन ने आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और आम नागरिकों की आय में वृद्धि हुई है, जिससे वे अपने जीवन स्तर को बेहतर बनाने और अपने बच्चों की शिक्षा में निवेश करने में सक्षम हुए हैं।
JFL ग्राहकों को तेजी से फाइनेंसिंग विकल्प उपलब्ध करा रहा है, जिसमें होम लोन, लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी, कॉरपोरेट फाइनेंसिंग शामिल हैं।
जिस तरह आम लोग अपनी जरूरतों के लिए बैंकों से लोन लेते हैं, उसी तरह बैंक भी अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक से लोन लेते हैं। आरबीआई जिस ब्याज दर पर बैंकों को लोन देता है, उसे रेपो रेट के नाम से जाना जाता है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पिछले महीने रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत से घटाकर 6.25 प्रतिशत किया था। आरबीआई द्वारा रेपो रेट में कटौती करने के बावजूद इंडियन बैंक ने लोन की ब्याज दरों में बढ़ोतरी करने का फैसला किया है।
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