मुंबई। रिटेल तथा रोजमर्रा के इस्तेमाल के उपभोक्ता उत्पाद और टिकाऊ वस्तु (एफएमसीजी एंड डी) क्षेत्रों में चालू वित्त वर्ष के पहले छह महीनों में रोजगार के 2.76 लाख नए अवसर सृजित होने का अनुमान है। एक रिपोर्ट में यह कहा गया है।
टीमलीज सर्विसेज के अर्द्धवार्षिक रोजगार परिदृश्य रिपोर्ट में कहा गया है कि शुद्ध रोजगार परिदृश्य के मामले में रिटेल क्षेत्र दो प्रतिशत की दर से वृद्धि करेगा और रोजगार के 1.66 लाख नए अवसर जोड़ेगा। इसी तरह एफएमसीजी एंड डी क्षेत्र में एक प्रतिशत की वृद्धि होगी और यह रोजगार के 1.10 लाख नए अवसर जोड़ेगा।
रिपोर्ट के अनुसार, रिटेल क्षेत्र में दिल्ली 27,560 रोजगार अवसरों के साथ शीर्ष पर रहेगा। इसके बाद 22,770 अवसरों के साथ बेंगलुरू दूसरे स्थान पर रहेगा। इसी तरह एफएमसीजी एंड डी क्षेत्र में 14,770 रोजगार अवसरों के साथ मुंबई शीर्ष पर रहेगा। दिल्ली 10,800 अवसरों के साथ दूसरे स्थान पर रहेगा।
रिपोर्ट में कहा गया कि रिटेल क्षेत्र की तेज वृद्धि और विदेशी कंपनियों के प्रवेश से रोजगार के ये अवसर सृजित होंगे। इस रिपोर्ट को तैयार करने के लिए 14 क्षेत्रों में 19 सेक्टर के भारत में 775 एंटरप्राइज और 85 वैश्विक इकाइयों के बीच सर्वेक्षण किया गया।
रिपोर्ट में कहा गया है कि फूड पार्क की स्थापना, क्षमता विस्तार, मौजूदा खिलाडि़यों द्वारा अधिग्रहण, कैश एंड कैरी, सिंगल और मल्टी-ब्रांड रिटेल में ऑटोमैटिक रूट्स के जरिये एफडीआई नियमों में बदलाव कुछ प्रमुख कारक है जो इस सेक्टर में नए रोजगार को बढ़ाने में मददगार होंगे।