नयी दिल्ली। डूबे कर्ज के लिए प्रावधान घटने से सार्वजनिक क्षेत्र के सिंडिकेट बैंक ने सितंबर में समाप्त चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 251.05 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया है। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में बैंक को 1,542.54 करोड़ रुपए का शुद्ध घाटा हुआ था। चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में भी बैंक को 980.46 करोड़ रुपए का शुद्ध घाटा हुआ था।
शेयर बाजारों को भेजी सूचना में बैंक ने कहा कि तिमाही के दौरान उसकी कुल आय बढ़कर 6,153.10 करोड़ रुपए पर पहुंच गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 5,888.87 करोड़ रुपए रही थी। तिमाही के दौरान डूबे कर्ज और अन्य आकस्मिक खर्च के लिए बैंक का प्रावधान घटकर 683.94 करोड़ रुपए रह गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 2,217.26 करोड़ रुपए रहा था।
समीक्षाधीन अवधि में बैंक की गैर निष्पादित आस्तियां (एनपीए) घटकर कुल ऋण का 11.45 प्रतिशत या 25,382.26 करोड़ रुपए रह गईं। एक साल पहले समान तिमाही में यह 12.98 प्रतिशत या 27,131.14 करोड़ रुपए थीं। इसी तरह बैंक का शुद्ध एनपीए घटकर 5.98 प्रतिशत या 12,481.35 करोड़ रुपए रह गया। एक साल पहले समान तिमाही में यह 6.38 प्रतिशत या 13,321.30 करोड़ रुपए था। यानी कुल मिलाकर 0.4 प्रतिशत एनपीए घटा है।