
साल 2026 के आखिर तक देश के सात बड़े शहरों में कई शॉपिंग खुलेंगे जो 166 लाख (16.6 मिलियन) वर्ग फुट एरिया में खुलने वाले हैं। सलाहकार फर्म एनारॉक के मुताबिक, यानी 2025 और 2026 कैलेंडर वर्षों के दौरान इतने एरिया में ये शॉपिंग मॉल खुलेंगे। पीटीआई की खबर के मुताबिक, पीटीआई की खबर के मुताबिक, हैदराबाद और दिल्ली-एनसीआर में 65 प्रतिशत के साथ ताजा सप्लाई में सबसे अधिक हिस्सेदारी होगी। बाकी के पांच शहर मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु और पुणे हैं।
ग्रेड ए मॉल की नई सप्लाई में कमी के कारण भी उछाल
खबर के मुताबिक, एनारॉक रिटेल के सीईओ और एमडी अनुज केजरीवाल ने कहा कि शहरों में ग्रेड ए मॉल की नई सप्लाई में कमी के कारण भी यह उछाल आया है। पिछले तीन साल के डेटा ट्रेंड से पता चलता है कि शीर्ष 7 शहरों में नए मॉल की सप्लाई समग्र लीजिंग से मेल नहीं खाती है। साल 2022 में, इन सात शहरों में लगभग 2.6 मिलियन (26 लाख) वर्ग फुट नए ग्रेड ए रिटेल की आपूर्ति देखी गई, जबकि लीजिंग 3.2 मिलियन (32 लाख) वर्ग फुट रही। इसी तरह, 2023 में 5.3 मिलियन (53 लाख) वर्ग फुट नए ग्रेड ए मॉल की आपूर्ति देखी गई, जबकि 6.5 मिलियन (65 लाख) वर्ग फुट जगह लीज पर दी गई।
2024 में मांग-आपूर्ति का अंतर और बढ़ गया
सलाहकार फर्म ने कहा कि आम और राज्य चुनावों के कारण अनुमोदन में कमी के कारण 2024 में मांग-आपूर्ति का अंतर और बढ़ गया। केजरीवाल ने कहा कि 2024 में नए ग्रेड ए मॉल की सप्लाई सिर्फ 1.1 मिलियन (11 लाख) वर्ग फुट थी, जबकि लीजिंग 6.5 मिलियन (65 लाख) वर्ग फुट थी। हालांकि अनुमानित नई सप्लाई कुछ हद तक संभावित अति आपूर्ति की आशंका को बढ़ाती है, लेकिन वर्तमान अवशोषण रुझान आश्वस्त करने वाले हैं।
मॉल में खुदरा स्थानों की लीजिंग अधिक होने का अनुमान
एनारॉक ने शीर्ष 7 शहरों में अगले दो वर्षों में मॉल में खुदरा स्थानों की लीजिंग 12. 6 मिलियन (126 लाख) वर्ग फुट से अधिक होने का अनुमान लगाया है। पैसिफिक ग्रुप के प्रबंध निदेशक अभिषेक बंसल ने कहा कि खुदरा रियल एस्टेट का विस्तार भी टियर II और III शहरों में जोर पकड़ रहा है। इसमें मेट्रो शहरों का दबदबा है।
पैसिफिक ग्रुप के पास दिल्ली, गाजियाबाद, फरीदाबाद और देहरादून में नौ शॉपिंग मॉल हैं, जिनमें 30 लाख वर्ग फुट से अधिक खुदरा स्थान शामिल हैं। त्रेहान आइरिस के वीपी-प्रोजेक्ट्स प्रलयेश गुहा ने कहा कि बढ़ती उपभोक्ता मांग, बेहतर बुनियादी ढांचे और बदलती जीवनशैली की गतिशीलता से प्रेरित होकर दिल्ली एनसीआर इस विस्तार में अग्रणी बनकर उभरने की उम्मीद है।