
भारतीय रुपये ने अमेरिकी डॉलर के मुकाबले आज लंबी छलांग लगाई है। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में सोमवार को रुपया 17 पैसे की बढ़त के साथ डॉलर के मुकाबले 85.40 प्रति डॉलर (अस्थायी) पर बंद हुआ। रुपये की इस तेजी के पीछे मुख्य कारण डॉलर इंडेक्स में कमजोरी और कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट रही। विदेशी मुद्रा कारोबारियों के अनुसार, वैश्विक रेटिंग एजेंसी ‘मूडीज’ द्वारा अमेरिकी निवेश ग्रेड रेटिंग में कटौती के चलते वैश्विक निवेशकों ने सतर्क रुख अपनाया, जिससे डॉलर इंडेक्स में गिरावट दर्ज की गई। इसका फायदा रुपये को मिला। सोमवार को रुपया 85.43 प्रति डॉलर पर खुला और पूरे दिन के कारोबार में 85.35 के उच्चतम स्तर और 85.61 के निचले स्तर के बीच उतार-चढ़ाव करता रहा। अंत में यह पिछले बंद भाव के मुकाबले 17 पैसे मजबूत होकर 85.40 प्रति डॉलर (अस्थायी) पर बंद हुआ।
शुक्रवार को गिरकर बंद हुआ था रुपया
शुक्रवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले तीन पैसे कमजोर होकर 85.57 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। मिराए एसेट शेयरखान के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी का कहना है कि डॉलर इंडेक्स में लगातार कमजोरी और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के चलते रुपये में मजबूती देखने को मिल सकती है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि घरेलू शेयर बाजार की कमजोरी रुपये की तेजी को सीमित कर सकती है। चौधरी के अनुसार, आने वाले सत्रों में डॉलर-रुपया हाजिर विनिमय दर के 85.10 से 85.65 के दायरे में बने रहने की संभावना है।
डॉलर इंडेक्स लुढ़का
इस दौरान, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर इंडेक्स 0.86 प्रतिशत गिरकर 100.22 पर आ गया। वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में भी गिरावट देखी गई, जहां अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 0.78 प्रतिशत की गिरावट के साथ 64.90 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ।
घरेलू शेयर बाजार की बात करें तो बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 271.17 अंक की गिरावट के साथ 82,059.42 अंक पर बंद हुआ, जबकि एनएसई निफ्टी 75.35 अंक टूटकर 24,944.45 अंक पर आ गया। हालांकि, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बाजार में विश्वास जताया और पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, एफआईआई ने शुक्रवार को कुल 8,831.05 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध रूप से खरीदारी की।