भारत के चिकित्सा उपकरण (मेडटेक) क्षेत्र की एक प्रमुख कंपनी, इंटीग्रिस मेडटेक, ने अपने बहुप्रतीक्षित प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के लिए भारतीय बाजार नियामक सेबी के पास प्रारंभिक दस्तावेज़ दाखिल कर दिए हैं। सूत्रों के अनुसार, कंपनी इस आईपीओ के जरिए 3,500 करोड़ रुपये से 4,000 करोड़ रुपये तक की बड़ी राशि जुटाने का लक्ष्य बना रही है, जो इस क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण घटना है। पीटीआई की खबर के मुताबिक, प्रस्तावित आईपीओ में दो मुख्य घटक शामिल हैं। एक, नया इक्विटी निर्गम के तहत कंपनी 925 करोड़ रुपये मूल्य के नए शेयर जारी करेगी। और दूसरा, ऑफर फॉर सेल के तहत प्रमोटर और मौजूदा निवेशक मिलकर 2.16 करोड़ इक्विटी शेयर बेचेंगे। ओएफएस में शेयर बेचने वालों में एवरक्योर होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड, गुरमीत सिंह चुघ, और पुनीता शर्मा शामिल हैं।
खबर के मुताबिक, कंपनी ने स्पष्ट किया है कि नए निर्गम से हासिल राशि का उपयोग मुख्य रूप से ऋण भुगतान और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा। कंपनी ने आईपीओ से पहले प्री-आईपीओ प्लेसमेंट के माध्यम से 185 करोड़ रुपये तक जुटाने पर भी विचार किया है। यदि यह प्लेसमेंट सफल होता है, तो नए इश्यू का आकार कम हो सकता है।
कंपनी का विस्तृत पोर्टफोलियो और वैश्विक उपस्थिति
एवरस्टोन कैपिटल समर्थित इंटीग्रिस मेडटेक, हृदय संबंधी स्टेंट सहित चिकित्सा उपकरणों के निर्माण, व्यावसायीकरण और वितरण में विशेषज्ञता रखती है। कंपनी के पोर्टफोलियो में हृदय संबंधी उपकरण, नैदानिक निदान और वैज्ञानिक प्रयोगशाला समाधान जैसे उत्पाद शामिल हैं। इंटीग्रिस मेडटेक भारत, जर्मनी और नीदरलैंड में अत्याधुनिक विनिर्माण सुविधाएं संचालित करती है। 30 जून 2025 तक, कंपनी के उपकरण और सॉल्यूशन 65 से अधिक देशों में बिकने का अनुमान है, जो इसकी मजबूत वैश्विक उपस्थिति को दर्शाता है।
कंपनी की कैसा है वित्तीय प्रदर्शन
कंपनी ने पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में वित्त वर्ष 25 में प्रभावशाली वृद्धि दर्ज की है। कंपनी का कुल कारोबार 24 प्रतिशत बढ़कर 1,959 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो पिछले वर्ष 1,582 करोड़ रुपये था। कंपनी ने घाटे से बाहर निकलते हुए 70.6 करोड़ रुपये का लाभ दर्ज किया, जबकि पिछले वित्त वर्ष में उसे 4.8 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। इंटीग्रिस मेडटेक का लक्ष्य अपने मूल्यांकन को 11,000 करोड़ रुपये से 13,000 करोड़ रुपये के बीच पहुंचाना है। कंपनी अपने वैश्विक नेटवर्क को मजबूत करेगी। हाई क्वालिटी वाले चिकित्सा उपकरणों के उत्पादन में इनोवेशन को बढ़ावा देगी। साथ ही अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपनी उपस्थिति का तेजी से विस्तार करेगी।



































