सोने और चांदी दोनों की कीमतों में बुधवार के कारोबारी सत्र में गिरावट देखने को मिली। पिछले सत्र में रिकॉर्ड-तोड़ तेजी के बाद निवेशकों द्वारा हाई लेवल पर मुनाफावसूली और वैश्विक आर्थिक दबावों के चलते, दोनों ही कीमती धातुएं कमजोर नजर आईं। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर, अक्टूबर एक्सपायरी वाले सोने का वायदा कॉन्ट्रैक्ट सुबह 9:40 बजे के करीब ₹1,13,478 प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड कर रहा था, जो पिछले बंद भाव से 0.31 प्रतिशत कम था। इसी तरह, दिसंबर एक्सपायरी वाली चांदी भी दबाव में दिखी और ₹1,34,763 प्रति किलोग्राम पर 0.22 प्रतिशत की गिरावट के साथ कारोबार कर रही थी। देश के चार महानगरों में भी सोने के हाजिर भाव में गिरावट का रुख है।
महानगरों में आज का हाजिर भाव कितना चल रहा
दिल्ली में 24 सितंबर को goodreturns के मुताबिक, सोने की कीमत 24 कैरेट सोने के लिए ₹11,552 प्रति ग्राम, 22 कैरेट सोने के लिए ₹10,590 प्रति ग्राम और 18 कैरेट सोने के लिए ₹8,668 प्रति ग्राम है।
मुंबई में आज सोने की कीमत 24 कैरेट सोने के लिए ₹11,537 प्रति ग्राम, 22 कैरेट सोने के लिए ₹10,575 प्रति ग्राम और 18 कैरेट सोने के लिए ₹8,653 प्रति ग्राम है।
कोलकाता में बुधवार को सोने की कीमत 24 कैरेट सोने के लिए ₹11,537 प्रति ग्राम, 22 कैरेट सोने के लिए ₹10,575 प्रति ग्राम और 18 कैरेट सोने के लिए ₹8,653 प्रति ग्राम है।
चेन्नई में आज सोने की कीमत 24 कैरेट सोने के लिए ₹11,564 प्रति ग्राम, 22 कैरेट सोने के लिए ₹10,600 प्रति ग्राम और 18 कैरेट सोने के लिए ₹8,780 प्रति ग्राम है।
क्यों गिरे भाव
बढ़ता अमेरिकी डॉलर: अमेरिकी डॉलर इंडेक्स में करीब 0.10 प्रतिशत की मजबूती ने दूसरी मुद्राओं वाले देशों के लिए सोना महंगा कर दिया। इससे सोने की मांग पर सीधा असर पड़ा और खरीदारों में संकोच देखने को मिला।
फेडरल रिजर्व की नीतिगत सतर्कता: अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल के हालिया बयानों ने भी बाजार पर असर डाला। पॉवेल ने ब्याज दरों में संभावित कटौती को लेकर सतर्कता दिखाते हुए कहा कि केंद्रीय बैंक को बढ़ती महंगाई और कमजोर होते रोजगार बाजार के बीच संतुलन बनाना होगा। पॉवेल के इस रुख ने भी सोने की कीमतों पर दबाव बढ़ाया।
मुनाफावसूली का दबाव: मंगलवार को सोने और चांदी ने रिकॉर्ड उच्च स्तर छुआ था। MCX पर अक्टूबर सोने का वायदा ₹1,14,179 और दिसंबर चांदी का वायदा ₹1,35,700 प्रति किलोग्राम के ऐतिहासिक स्तर पर पहुंचा था। इतनी बड़ी तेजी के बाद, निवेशक मुनाफा कमाने के लिए अपनी होल्डिंग्स बेच रहे हैं, जिससे कीमतों पर दबाव बढ़ रहा है।






































