
कार बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड का शेयर बुधवार को कारोबार के दौरान 1.5 प्रतिशत तक लुढ़क गया। 26 मार्च, 2025 को दबाव में रहने वाला यह शेयर 11,720 प्रति शेयर के इंट्राडे लो पर पहुंच गया। सुबह 11:30 बजे, मारुति सुजुकी के शेयर दिन के निचले स्तर से नीचे थे, और 0.43 प्रतिशत की गिरावट के साथ 11,845.85 रुपये पर कारोबार कर रहे थे। बिजनेस स्टैंडर्ड की खबर के मुताबिक, कंपनी के शेयर की कीमत में गिरावट तब आई जब कंपनी को वित्त वर्ष 2021-22 के लिए एक ड्राफ्ट मूल्यांकन आदेश मिला, जिसमें रिटर्न की गई इनकम (कंपनी द्वारा अपने आयकर रिटर्न में बताई गई आय) के संबंध में 2,966 करोड़ रुपये की राशि के कुछ अतिरिक्त/अस्वीकृति का प्रस्ताव किया गया है।
अपनी आपत्तियां दर्ज कराएगी कंपनी
खबर के मुताबिक, एक्सचेंज फाइलिंग में मारुति सुजुकी ने कहा कि आपको सूचित किया जाता है कि कंपनी को आयकर प्राधिकरण से वित्त वर्ष 2021-22 के लिए ड्राफ्ट असेसमेंट ऑर्डर हासिल हुआ है। कंपनी ने बताया कि इस ड्राफ्ट असेसमेंट ऑर्डर के कारण कंपनी की वित्तीय, परिचालन या अन्य गतिविधियों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। इसके अलावा, मारुति सुजुकी ने कहा कि वह विवाद समाधान पैनल के समक्ष अपनी आपत्तियां दर्ज कराएगी।
तीसरी तिमाही के नतीजे
वित्त वर्ष 2025 की दिसंबर तिमाही में मारुति सुजुकी का स्टैंडअलोन मुनाफा सालाना आधार पर 12.6 प्रतिशत बढ़कर 3,525 करोड़ रुपये दर्ज किया गया, जबकि वित्त वर्ष 2024 की दिसंबर तिमाही में यह 3,130 करोड़ रुपये था। वित्त वर्ष 2025 की दिसंबर तिमाही में इसका राजस्व साल-दर-साल 15.6 प्रतिशत बढ़कर 38,492.1 करोड़ रुपये हो गया, जबकि वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में यह 33,308.7 करोड़ रुपये था।
कंपनी बढ़ाने जा रही है 1 अप्रैल से कीमत
मारुति सुजुकी अपनी कारों/वाहनों की कीमतों में आगामी 1 अप्रैल से 4 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी करने जा रही है। यह फैसला बढ़ती इनपुट लागत और बढ़ते परिचालन व्यय के कारण लिया गया है, जिससे कंपनी की लाभप्रदता प्रभावित हो रही है। मारुति सुजुकी घरेलू बाजार में एंट्री-लेवल ऑल्टो के-10 से लेकर मल्टीपल पर्पज व्हीकल इनविक्टो तक के मॉडल बेचती है।