Silver Price in 2026: अलग-अलग कमोडिटी में निवेश करने वाले निवेशकों ने इस साल जमकर कमाई की। खासकर, चांदी के निवेशकों ने साल 2026 में उम्मीद से ज्यादा कमाई की है। चांदी की कीमतों में इस साल 120 प्रतिशत की ताबड़तोड़ उछाल दर्ज की गई है। साल 1979 के बाद चांदी की कीमतों में पहली बार इस गति से तेजी आई है। शुक्रवार को, चांदी की कीमतें घरेलू बाजार में पहली बार 2,00,000 प्रति किलो के पार पहुंच गई। जानकारों का मानना है कि चांदी की कीमतों में तेजी बनी रहेगी और 2026 में इसकी कीमतें 2,40,000 से 2,50,000 रुपये प्रति किलो तक पहुंच सकती हैं। चांदी की कीमतों में आने वाली संभावित तेजी सप्लाई की कमी के कारण आएगी। हालांकि, कुछ वजहों से इसमें गिरावट भी देखने को मिल सकती है।
किस लेवल पर चांदी में करना चाहिए नया निवेश
एक्सिस म्यूचुअल फंड ने निवेशकों को चांदी में संभावित जोखिमों के प्रति सावधान रहने की सलाह दी है। फंड हाउस द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, ओवरवैल्यूएशन की वजह से फिजिकल डिमांड में कोई कमजोरी आ सकती है। इसके अलावा, संभावित ETF आउटफ्लो और प्रॉफिट बुकिंग भी चांदी की कीमतों को प्रभावित कर सकते हैं। इसके साथ ही, बड़े निवेशक वैल्यूएशन का फिर से आकलन करेंगे, जिससे 2026 में करेक्शन और अस्थिरता आ सकती है। हालांकि, कुल मिलाकर चांदी के लिए एक पॉजिटिव आउटलुक है। चांदी की वैल्यूएशन बढ़ने के बावजूद कई पॉजिटिव फैक्टर इसकी तेजी को बनाए रख सकते हैं। रहे हैं, भले ही वैल्यूएशन बढ़ रहे हों। एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर चांदी का भाव गिरकर 1,70,000 से लेकर 1,78,000 की रेंज में आता है तो इस लेवल पर खरीदारी की जा सकती है।
चांदी की इंडस्ट्रियल डिमांड में जारी रहेगी तेजी
चांदी की मौजूदा कुल खपत में सबसे बड़ी और आधी से ज्यादा हिस्सेदारी इंडस्ट्री की है। सोलर एनर्जी टेक्नोलॉजी, इलेक्ट्रिक व्हीकल बैटरी और सेमीकंडक्टर में बड़े लेवल पर चांदी का इस्तेमाल में होता है और इन सभी सेक्टरों में आने वाले समय में भी बहुत ज्यादा डिमांड रहने की उम्मीद है। इसके अलावा, ग्रीन ट्रांजिशन लंबे समय तक चांदी की डिमांड को सपोर्ट करता रहेगा। इतना ही नहीं, सिल्वर ETF में मजबूत इनफ्लो से निवेशकों का भरोसा दिखता है, हालांकि ये कम है। लेकिन फिजिकल खरीदारी चांदी की कीमतों को सपोर्ट भरपूर देती है। इक्विटी से कमोडिटी में पैसा लगाने वाले निवेशकों ने भी चांदी की कीमत की तेजी को बल दिया है।



































