11 सितंबर को एंटीट्रस्ट नियामक को दी गई एक फाइलिंग में, वेदांता ने कहा है कि प्रस्तावित लेनदेन से "भारत में प्रतिस्पर्धा पर कोई उल्लेखनीय प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना नहीं है।"
राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (NCLT) की इलाहाबाद पीठ ने 3 जून, 2024 को जेपी एसोसिएट्स को कॉरपोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया (CIRP) में भेज दिया था।
अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (AEL) गुजरात स्थित अडाणी ग्रुप की प्रमुख कंपनी है। जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड एक इंफ्रास्ट्रक्चर ग्रुप है, जो इंजीनियरिंग और कंस्ट्रक्शन, सीमेंट, पावर, रियल एस्टेट और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में बिजनेस करती है।
जेएएल के पास ग्रेटर नोएडा में जेपी ग्रीन्स, नोएडा में जेपी ग्रीन्स विशटाउन का एक हिस्सा और जेपी इंटरनेशनल स्पोर्ट्स सिटी जैसी महत्वपूर्ण रियल एस्टेट परियोजनाएं हैं। इसके दिल्ली एनसीआर में तीन वाणिज्यिक/औद्योगिक कार्यालय स्थल, और दिल्ली एनसीआर, मसूरी और आगरा में पांच होटल संपत्तियां हैं।
जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड का कुल उधार (ब्याज सहित) 29,805 करोड़ रुपये है, जिसे साल 2037 तक चुकाया जाना है। इसमें से 30 अप्रैल 2024 तक 4,616 करोड़ रुपये बकाया था।
सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी एनबीसीसी लिमिटेड ने दिवाला प्रक्रिया से गुजर रही जेपी इंफ्राटेक के अधिग्रहण के लिये रविवार को नयी बोली सौंपी।
फिक्की ने कहा कि किसी कंपनी के निदेशकों को निजी संपत्ति बेचने से दूर रखने का सुप्रीम कोर्ट का हाल का फैसला सीमित दायित्व की अवधारणा का अतिक्रमण हो सकता है।
अल्ट्राटेक के शेयरधारकों ने जेपी ग्रुप के सीमेंट कारोबार को खरीदने की मंजूरी दे दी है। इसी साल जेपी के सीमेंट कारखानों के अधिग्रहण की घोषणा की गई थी।
सरकार ने रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक और एलएंडटी समेत 51 कंपनियों में अपनी अल्पांश हिस्सेदारी बेचने का फैसला किया है।
एसबीआई के एक अधिकारी ने कहा कि जेपी एसोसिएट्स को दिया गया कर्ज NPA (गैर-निष्पादित संपत्ति) वर्गीकृत किया गया है।
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