पायरेटेड सामग्री को अब दो प्रमुख इंटरनेट सर्च इंजन के पहले पृष्ठ पर जगह पाना काफी मुश्किल हो जाएगा। गूगल और माइक्रोसॉफ्ट मिलकर इसके खिलाफ लड़ेंगे।
अभी भी भारत में बहुत से लोग पायरेटेड सॉफ्टवेयर का उपयोग कर रहे हैं, लेकिन इनका प्रतिशत काफी तेजी से घटकर 58% रह गया है, जो कि अभी भी बहुत ज्यादा है।
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