दिवाली के बाद से वायु प्रदूषण बढ़ने के आसार हैं। ऐसे में आपको अपने फेफड़ों को मजबूत बनाने पर फोकस करना चाहिए। आइए कुछ आयुर्वेदिक उपायों के बारे में जानते हैं।
प्रदूषण की वजह से आपकी सेहत बुरी तरह से प्रभावित हो सकती है। अगर आप प्रदूषण के वार से बचना चाहते हैं, तो कुछ आयुर्वेदिक उपाय को फॉलो करना शुरू कर दीजिए।
भारत के पड़ोसी मुल्क में प्रदूषण की वजह से हाहाकार मच गया है। वैश्विक वायु गुणवत्ता निगरानी मंच ने पाकिस्तान के लाहौर शहर को प्रदूषितों की सूची में सबसे टॉप पर रखा है। लिहाजा पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में सरकार ने स्मॉग इमरजेंसी लगा दिया है। सभी को कम से कम 1 महीने तक मास्क पहनने का निर्देश दिया गया है।
आप इन दिनों हर जगह पढ़ रहे होंगे कि दिल्ली की हवा खराब हो रही, AQI बढ़ रहा है। लेकिन, सेहत का इससे क्या मतलब। क्या इसका मतलब ये है कि हवा में ऑक्सीजन कम है और हम बीमार पड़ सकते हैं? समझते हैं इस पूरे मामले को।
राष्ट्रीय राजधानी का पॉल्यूशन लेवल कम होता नहीं दिख रहा है। लगातार धुंध से दिल्लीवासी परेशान हैं। खासतौर पर सांस और अस्थमा के मरीजों को काफी दिक्कत हो रही है। राजधानी में कई जगह एक्यूआई 400 से ज्यादा है, जो गंभीर श्रेणी में आता है।
दिल्ली-NCR में एअर क्वालिटी और खराब हो गई है। लगातार कई दिनों से प्रदूषित हवा के कारण आम लोगों के साथ ही अस्थमा, सांस के मरीजों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। यह दिक्कत खत्म नहीं होने वाली, बल्कि आने वाले 6 दिनों में प्रदूषण का स्तर और गिरेगा।
Delhi-NCR Pollution: दिल्ली और इससे सटे आस-पास के इलाके में हवा की गुणवता लगातार बिगड़ती जा रही है। दिल्ली में आज रविवार को AQI 399 दर्ज किया गया। प्रदूषण के स्तर को देखते हुए दिल्ली सरकार ने 5वीं तक के सभी स्कूल बंद कर दिए हैं। इसके अलावा दिल्ली में कमर्शियल निर्माण कार्य भी रोक दिए गए हैं।
List Of Most Polluted Cities: भारत की राजधानी नई दिल्ली दुनिया की सबसे प्रदूषित शहर है इसके बाद कोलकाता दूसरे नंबर पर है। वायु प्रदूषण से होने वाली मौतों में बीजिंग की स्थिति सबसे खराब है। वहां प्रति लाख लोगों पर 124 मौतें जहरीली हवा के कारण हुई है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में गंभीर वायु प्रदूषण के लिए सोमवार को केंद्र और हरियाणा एवं पंजाब की सरकारों को जिम्मेदार ठहराया
डब्ल्यूएचओ के आंकड़ों के मुताबिक 2016 में दिल्ली को छह सालों में सबसे ज्यादा प्रदूषण स्तर बढ़ने वाले शहरों छठे स्थान पर शामिल किया गया। इस दौरान शहर का प्रदूषण स्तर औसत 2.5 पीएम यानि 143 माइक्रोग्राम/ क्यूबिक मीटर रहा, जो नेशनल सेफ स्टेंडर्ड के मुताबिक तीन गुना ज्यादा था।
आतिशबाजी की वजह से दिल्ली के कई इलाकों में प्रदूषण का स्तर बढ़ गया साथ ही लोगों ने आतिशबाजी कर कचरा भी खूब फैलाया। लोधी रोड में तो तड़के चार बजे पीएम 10 का स्तर करीब 5 गुना ज्यादा बढ़ गया। वहीं पीएम 2.5 का स्तर भी 8 गुना से ज्यादा दर्ज किया गया। यानी
प्रदूषण स्तर में वृद्धि को लेकर बढ़ती चिंताओं और खराब यातायात स्थिति के बीच राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में रजिस्टर्ड वाहनों की संख्या एक करोड़ के पार हो गई है।
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