विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय क्रिकेट टीम पिछले कुछ सालों से धमाकेदार प्रदर्शन कर रही है। कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया की जीतने का प्रतिशत 64.64 का रहा है। हालांकि इसके विपरीत इंडियन प्रीमियर लीग में उनकी कप्तानी वाली टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की हालत खराब ही रही है और कई बार उनकी कप्तानी को लेकर सवाल भी उठाए गए हैं।
कोहली की कप्तानी में आरसीबी ने अबतक कुल 110 मैच खेली है, जिसमें से उसे 55 में हार मिली है जबकि सिर्फ 49 मैच ही टीम जीत पाई है। वहीं कोहली साल 2011 से ही टीम की कप्तानी संभाल रहे हैं। इस बीच सिर्फ तीन ऐसे मौके आए हैं टीम टॉप पांच में रही है।
ऐसे में टीम इंडिया के पूर्व ओपनर बल्लेबाज और दिल्ली टीम में साथी खिलाड़ी रहे आकाश चोपड़ा ने बताया कि आखिर आईपीएल में कोहली की कप्तानी में सबसे बड़ी कमी क्या है और क्यों उनकी टीम बाकियों से बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाती है।
आकाश चोपड़ा ने अपने युट्युब वीडियो में एक फैंस के सवालों का जवाब देते हुए कहा, ''नेशनल टीम में इतने सफल रहने वाले कोहली आईपीएल में कप्तानी के दौरान कई सारी गलतियां करते हैं। उनकी सबसे बड़ी गलती यह है कि वह एक सही टीम नहीं चुन पाते हैं।''
उन्होंने कहा, ''कोहली की कप्तानी वाली आरसीबी की टीम में एक भी ऐसा तेज गेंदबाज नहीं है जो कि डेथ ओवर में गेंदबाजी कर सके। सिर्फ एक युजवेंद्र चहल हैं जो कि डेथ ओवर में गेंदबाजी कर सकते हैं। इसके अलावा टीम का मध्यक्रम भी काफी कमजोर है। टीम में ऐसा एक भी खिलाड़ी नहीं है कि जो जल्दी विकेट गिरने पर पांचवे या छठे नंबर पर जाकर बल्लेबाजी कर सके।''
इसके अलावा आकाश ने विराट कोहली और टीम मैनेजमेंट के बीच बाचतचीत और संबंधों को लेकर अपनी राय दी और बताया कि एक वजह यह भी टीम इस लीग में बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाती है।
आकाश ने कहा, ''आईपीएल में आरसीबी के सफल नहीं होने के पीछे एक बड़ा कारण यह भी है कि जब ऑक्शन या फिर टीम चुनी जाती है तो कोहली और मैनेजमेंट को लेकर इसे चर्चा नहीं होती है। यही कारण है टीम के चुनने के समय छोटी-छोटी बातों पर ध्यान नहीं रखा जाता है।''
उन्होंने कहा, ''मैं यह दावे के साथ कह सकता है कि महेंद्र सिंह धोनी ऑक्शन या फिर टीम चयन के दौरान मैनेजमेंचट को तीन से चार अपनी पंसद के खिलाड़ी का नाम देते होंगे जिन पर की उन्हें भरोसा हो। यही कारण है सीएसकी की टीम इस लीग में इतना सफल रही है।''
इस दौरान आकाश साफ किया कि मैनेजमेंट और कोहली के बीच बातचीत कमी साफ दिखती है और वह इस लीग में बिल्कुल एक सफल कप्तान नहीं है ऐसे में इन कमियों को उन्हें सुधारना चाहिए।