
BCCI ने घरेलू क्रिकेट के नए सत्र 2025-26 का शेड्यूल घोषित कर दिया है। BCCI ने 14 जून को एपेक्स काउंसिल मीटिंग के बाद न केवल घरेलू टूर्नामेंट के शेड्यूल का ऐलान किया, बल्कि रणजी ट्रॉफी सहित कई अहम टूर्नामेंटों के फॉर्मेट में भी बदलाव की घोषणा की। इस मीटिंग में घरेलू टूर्नामेंट को लेकर कई दूरगामी और रणनीतिक फैसले लिए गए, जिसका असर आने वाले सीजन में देखने को मिलेगा।
रणजी ट्रॉफी में बड़ा बदलाव
रणजी ट्रॉफी 2025-26 इस बार 15 अक्टूबर से 28 फरवरी तक दो चरणों में आयोजित की जाएगी। खास बात यह है कि इस बार प्लेट ग्रुप की दो टीमों में बदलाव किया जाएगा। अभी तक प्लेट ग्रुप से दो टीमों को प्रमोट और रेलीगेट किया जाता था, लेकिन अब केवल एक टीम को एलीट डिवीजन में प्रमोट और एक टीम को प्लेट डिवीजन में भेजा जाएगा।
BCCI ने 2018-19 में रणजी ट्रॉफी में 9 नई टीमों को शामिल किया था, जिसमें उत्तर-पूर्व के राज्य भी शामिल थे। हालांकि, इस फैसले से टूर्नामेंट की क्रिकेटिंग गुणवत्ता पर असर पड़ा। मेघालय की टीम पिछले सत्र में एलीट डिवीजन में खेलने उतरी थी, लेकिन अपने सभी मैच हार गई थी। इसी स्थिति में सुधार के लिए रणजी ट्रॉफी के फॉर्मेट में बदलाव किए गए हैं। BCCI ने फैसला किया है कि 2026-27 सत्र से शुरू होने वाले सभी सीनियर और जूनियर बहु-दिवसीय टूर्नामेंटों में भी यही प्रमोशन और रेलीगेशन सिस्टम लागू किया जाएगा। यह फैसला भारतीय घरेलू क्रिकेट में प्रतिस्पर्धा को बनाए रखने और टीमों की गुणवत्ता सुधारने के उद्देश्य से लिया गया है।
रणजी ट्रॉफी का शेड्यूल इस प्रकार है:-
- पहला चरण: 15 अक्टूबर से 19 नवंबर
- दूसरा चरण: 22 जनवरी से 1 फरवरी
- नॉकआउट मुकाबले: 6 से 28 फरवरी
दलीप ट्रॉफी में जोनल फॉर्मेट की वापसी
रणजी ट्रॉफी से पहले घरेलू सीजन की शुरुआत दलीप ट्रॉफी से होगी, जो इस बार 28 अगस्त से 15 सितंबर तक खेली जाएगी। इसे फिर से जोनल फॉर्मेट में आयोजित किया जाएगा। खिलाड़ियों का चयन जोनल चयन समिति द्वारा किया जाएगा। ईरानी कप इस बार 1 से 5 अक्टूबर के बीच खेला जाएगा। वहीं, भारत की प्रमुख घरेलू T20 प्रतियोगिता सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी का आयोजन 26 नवंबर से 18 दिसंबर तक किया जाएगा। इस टूर्नामेंट में भी प्लेट डिवीजन को दोबारा शामिल किया गया है।
SMAT में भी बदलाव
इस सीजन से टीमों को क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल के साथ-साथ सुपर लीग राउंड में तीन अतिरिक्त मैच खेलने का मौका मिलेगा। ग्रुप ए और ग्रुप बी की शीर्ष टीमें फाइनल में भिड़ेंगी। वहीं, पिछले सीजन की सबसे कमजोर 6 टीमें प्लेट ग्रुप में खेलेंगी। BCCI ने यह भी स्पष्ट किया कि सफेद गेंद के सभी टूर्नामेंटों में ग्रुप चरण में बराबरी पर रहने वाली टीमों में से कौन आगे बढ़ेगा, इसका फैसला अब नेट रन रेट (NRR) के आधार पर किया जाएगा।
(PTI Inputs)