IPL vs WPL : आईपीएल 2023 का आगाज होने वाला है, वहीं डब्ल्यूपीएल अब समापन की ओर है। महिला प्रीमियर लीग का आज आखिरी लीग मुकाबला खेला जा रहा है और इसके बाद एक दिन के गैप के बाद प्लेआफ के मैच होंगे। हालांकि टॉप तीन टीमें तय हो गई हैं, लेकिन टीमों के बीच अब नंबर वन की रेस बनी हुई है। जो भी टीम प्वाइंट्स टेबल में टॉप करेगी, वो सीधे फाइनल में एंट्री कर जाएगी। वहीं दूसरे और तीसरे नंबर पर रहने वाली टीम के बीच मैच होगा, जो टीम इस मैच को जीतेगी, वो फाइनल में नंबर एक की टीम से भिड़ेगी। इस बीच आरसीबी यानी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर का डब्ल्यूपीएल का सफर खत्म हो गया है। टीम का आखिरी मुकाबला आज मुंबई इंडियंस से है। लेकिन आपको जानकर ताज्जुब होगा कि आईपीएल के पहले सीजन यानी 2008 और डब्ल्यूपीएल के पहले सीजन यानी 2023 में एक ऐसा संयोग हुआ है, जो शायद आपको पता नहीं होगा, तो चलिए आज इसी पर बात करते हैं।
डब्ल्यूपीएल का पहला सीजन आरसीबी के लिए गया बहुत खराब
डब्ल्यूपीएल के लिए जब ऑक्शन हुआ और सभी खिलाड़ियों की बोली लग चुकी थी, उसके बाद सोशल मीडिया पर बज क्रिएट हुआ और कहा जाने लगा कि महिला प्रीमियर लीग की सबसे मजबूत टीम आरसीबी है। आईपीएल में भले ये टीम एक भी बार खिताब न जीत पाई हो, लेकिन डब्ल्यूपीएल में तो ये टीम जरूर खिताब जीतेगी। लेकिन जब डब्ल्यूपीएल शुरू हुआ तो टीम को लगातार हार मिलती रही। फैंस जीत का इंतजार करते रहे, लेकिन हार थी कि साथ छोड़ने का नाम ही नहीं ले रही थी। एक के बाद एक लगातार पांच हार टीम के खाते में आईं। उसके बाद जीत मिली और वो भी लगातार दो, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। इसके बाद रही सही कसर बाकी टीमों ने अपने अपने मैच जीतकर पूरी कर दी और टीम टॉप 3 की रेस से ही बाहर हो गई। आरसीबी ने अपना कप्तान भी स्मृति मंधाना को बनाया, जो इस वक्त टीम इंडिया की स्टार खिलाड़ी मानी जाती हैं। उनका बल्ला भी एक भी मैच में नहीं चला। टीम इंडिया के लिए एक से एक धाकड़ पारियां खेलने वाली स्मृति मंधाना यहां पर एक भी अर्धशतक नहीं लगा पाईं। ऐसा ही कुछ हाल पहले सीजन के आईपीएल में विराट कोहली का था। फर्क बस इतना सा है कि स्मृति मंधाना इस बार अपनी टीम की कप्तान हैं, लेकिन विराट कोहली पहले सीजन में कप्तान नहीं थे।
ऐसे थे रहे विराट कोहली और स्मृति मंधाना के पहले सीजन में आंकड़े
चलिए अब जरा कुछ आंकड़ों पर नजर डालते हैं। विराट कोहली ने अपने पहले आईपीएल यानी 2008 में अपने 13 मैचों की 12 पारियों में केवल 165 रन ही बनाए थे। उनके बल्ले से एक भी अर्धशतक नहीं आया था और उनका औसत भी करीब 15 का ही रहा। वे उस साल सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट में टॉप 30 में भी नहीं थे। उनका नंबर 38 वां था। ऐसा ही कुछ हाल स्मृति मंधाना का भी हुआ है। स्मृति मंधाना ने अपने जो आठ मैच इस साल महिला आईपीएल में खेले हैं, उसमें उनके बल्ले से 135 रन ही निकले हैं। स्मृति मंधाना ने भी एक भी अर्धशतक नहीं लगाया है और औसत की बात की जाए तो वो 15 के करीब का है। यानी उनका खेल पूरी तरह से फ्लॉप ही साबित हुआ है। हालांकि अभी कई सारे मैच बचे हुए हैं और देखना दिलचस्प होगा कि डब्ल्यूपीएल का पहला सीजन कौन सी टीम जीतने में कामयाब होती है।