शिवसेना के एक वरिष्ठ नेता ने सोमवार को दावा किया कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने अपने दिवंगत पिता और पार्टी के संस्थापक बाल ठाकरे के औरंगाबाद में प्रस्तावित स्मारक के लिये पेड़ न गिराए जाने को लेकर “मौखिक आदेश” दिया है।
उद्धव ठाकरे आज महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे। एक पेशेवर फोटोग्राफर से लेकर महाराष्ट्र की सत्ता का सिरमौर बनने तक की उद्धव की कहानी उस फिल्म की तरह है जिसमें हर पल एक नया ट्विस्ट आता रहा।
शिवसेना के संस्थापक को शिवाजी पार्क में श्रद्धांजलि देने के लिए जब फडणवीस पहुंचे, उस वक्त उद्धव ठाकरे के निजी सहायक मिलिंद नारवेकर को छोड़कर शिवसेना का कोई भी नेता वहां मौजूद नहीं था।
महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए शिवसेना अपनी विचारधारा से समझौता करके कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से मिलाप तो बढ़ा रही है लेकिन शिवसेना का इतिहास उसका पीछा नहीं छोड़ रहा है
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