मणिपुर में कुकी आतंकियों द्वारा ड्रोन के जरिए बम गिराए जाने की घटना के बाद सीएम बीरेन सिंह ने इसे आतंकी हमला करार दिया और कहा कि इसके जिम्मेदार लोगों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
मणिपुर के सीएम एन. बीरेन सिंह ने मणिपुर में 6 महीने के भीतर शांति व्यवस्था कायम करने की बात कही है। उन्होंने कहा है कि इसके लिए एक दूत की नियुक्ति भी कर ली गई है। वहीं इस्तीफे की मांग पर उन्होंने कहा कि 'मैं इस्तीफा क्यों दूं?'
यह आग मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेने सिंह के आवास से 100 मीटर की दूरी पर लगी। आग लगने की घटना के बाद फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं। कई घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया।
मणिपुर के सीएम एन बिरेन सिंह के अग्रिम सुरक्षा काफिले पर उग्रवादियों ने हमला कर दिया है। सोमवार को मुख्यमंत्री का सुरक्षा काफिला हिंसा प्रभावित जिरीबाम जिले की ओर जा रहा था। इसी दौरान काफिले पर हमला किया गया।
सीएम बीरेन सिंह ने साफ-साफ कहा है कि शांति वार्ता में राज्य की क्षेत्रीय अखंडता और हमारे मूल निवासियों के कल्याण से समझौता नहीं किया जाना चाहिए।
सीएम बीरेन सिंह ने केंद्रीय सुरक्षा बलों से कहा है कि वे राज्य में कोई भी अभियान चलाने से पहले राज्य सरकार को सूचित करें।
यह घटना मणिपुर में दो युवकों की मौत पर छात्रों के हिंसक विरोध प्रदर्शन के बीच हुई है। इससे पहले आज सुबह ही भीड़ ने इंफाल पश्चिम जिले में उपायुक्त कार्यालय में तोड़फोड़ की और दो चार पहिया वाहनों को आग लगा दी थी।
हिंसा की मार झेल रहे पूर्वोत्तर के राज्य मणिपुर में 26 सिंतबर की शाम 7:45 से तत्काल प्रभाव के साथ ही मोबाइल इंटरनेट सेवा को निलंबित कर दिया गया है। प्रशासन का यह आदेश 5 दिनों तक लागू रहेगा।
मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने कहा कि कड़ी सुरक्षा के बीच स्कूलों में कक्षा 1 से 8 तक की कक्षाएँ कल से फिर से खुलेंगी।
सीएम एन बीरेन सिंह का कहना है कि जनता के विश्वास के बिना कोई नेता नहीं हो सकता है। मुझे अच्छा लगा जब मै सीएम हाउस से बाहर निकला तो वहां बड़ी संख्या में लोग जमा होकर मेरे इस्तीफे का विरोध कर रहे थे।
बीरेन सिंह के इस्तीफे की एक कॉपी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। हालांकि इसकी पुष्टि इंडिया टीवी नहीं करता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीरेन सिंह राज्यपाल अनुसुइया उइके को अपना इस्तीफा देना चाहते थे।
दंगों की आग में मणिपुर जल रहा है। एक जिले से उठी चिंगारी आठ जिलों तक फैल गई है जिसमें मकान, दुकानें सब जल रही हैं। हालात इस कदर बिगड़ गए हैं कि सेना को बुलाना पड़ा है।
मणिपुर में मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के खिलाफ भाजपा के विधायकों ने मोर्चा खोल दिया है। राज्य में मुख्यमंत्री से नाराज होकर दो विधायक कोई जिम्मेदारी नहीं दिए जाने की शिकायत करते हुए अपने-अपने सरकारी पदों से इस्तीफा दे चुके हैं।
Manipur News: सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि उन स्थानीय लोगों के खिलाफ कदम उठाए जाएंगे जो ऐसे विदेशियों को किराए पर अपने घरों में रहने की अनुमति दे रहे हैं।
Manipur News: मणिपुर सरकार का निर्देश, राष्ट्र-विरोधी एजेंडा चलाने वाले 'सोशल मीडिया ग्रुप' छोडें सरकारी कर्मचारी। मणिपुर सरकार इन दिनों सोशल मीडिया पर राष्ट्र विरोधी एजेंडा चलाने वाले लोगों के खिलाफ सख्ती से पेश आ रही है।
Manipur News: पत्र में कहा गया है, ''जानकारी मिली है कि कई वरिष्ठ अधिकारियों सहित कई सरकारी अधिकारी अनजाने में या जानबूझकर इन समूहों के सदस्य हैं, जो इस तरह के अलगाववादी, राष्ट्र-विरोधी, राज्य-विरोधी, असामाजिक और विभाजनकारी एजेंडे को आगे बढ़ाने में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से भाग लेते हैं।''
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने शनिवार को अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करते हुए छह और मंत्रियों को शामिल किया। नये कैबिनेट मंत्रियों में भाजपा विधायक लेत्पाओ हाओक्पी, सपम रंजन सिंह, टी. बसंत सिंह, एल सुसिन्द्रो मेतेई और एच. डिंगो सिंह और नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) के चिंगाई विधायक खासिम वशुम शामिल हैं।
मंत्रियों के शपथ पत्र के मुताबिक, सबसे अधिक घोषित कुल संपत्ति वाले मंत्री गोविंददास कोंथौजम हैं।
सिंह के साथ जिन पांच कैबिनेट मंत्रियों ने शपथ ली, उनमें भाजपा से थोंगम बिश्वजीत सिंह, युमनाम खेमचंद सिंह, गोविंददास कोंथोजम, नेमचा किपगेन और नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) के आंगबो न्यूमाई शामिल हैं।
बीजेपी विधायक दल की बैठक के बाद केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि बीजेपी विधायक दल की बैठक में ये फैसला सर्वसम्मति से लिया गया है।
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